गुजरात एटीएस (Anti Terrorist Squad) ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए तीन आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में सामने आए खुलासों ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है। आतंकियों ने कबूल किया है कि उन्हें ड्रोन के जरिए हथियार सप्लाई किए गए थे। साथ ही वे राजस्थान के हनुमानगढ़ होते हुए गुजरात पहुंचे थे। शुरुआती जांच में यह भी पता चला है कि उनकी योजना देश के कई बड़े शहरों में आतंकी हमले करने की थी।
एटीएस की त्वरित कार्रवाईगुजरात एटीएस को बीते हफ्ते खुफिया एजेंसियों से इनपुट मिला था कि कुछ संदिग्ध लोग राज्य में दाखिल हुए हैं। इसके बाद एटीएस की टीमों ने राज्य के सीमावर्ती इलाकों में सर्च ऑपरेशन शुरू किया। गुप्त सूचना के आधार पर तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया, जो बाद में पूछताछ में आतंकी निकले।
एटीएस सूत्रों के अनुसार, पकड़े गए आतंकियों के पास से कई आधुनिक हथियार, सैटेलाइट फोन और नकली दस्तावेज बरामद किए गए हैं। जांच में यह भी सामने आया कि हथियार उन्हें ड्रोन के जरिए पाकिस्तान की सीमा से भेजे गए थे।
हनुमानगढ़ रूट से हुआ प्रवेशपूछताछ के दौरान आतंकियों ने बताया कि वे पहले राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में छिपे रहे, जहां से उन्हें आगे की दिशा–निर्देश मिले। वहीं से वे गुजरात की ओर बढ़े। सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि इस रूट का इस्तेमाल पहले भी अवैध गतिविधियों के लिए किया जा चुका है।
एटीएस ने राजस्थान पुलिस के साथ मिलकर उस इलाके की छानबीन शुरू कर दी है, जहां ड्रोन से हथियार गिराए जाने की संभावना जताई जा रही है।
देशभर में फैले नेटवर्क के संकेतगुजरात एटीएस ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ से यह संकेत मिले हैं कि गिरफ्तार आतंकियों के तार देश के कई राज्यों से जुड़े हैं। कुछ स्थानीय संपर्कों की भी पहचान की जा रही है, जिन्होंने इन्हें ठिकाना और मदद मुहैया कराई।
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