भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और नई तकनीक के साथ भारत विकास तो कर रहा है, लेकिन इसके साथ ही स्कैमर्स नए-नए तरीकों से लोगों को लूट रहे हैं। कई बार लोग लोन के लिए आवेदन करते हैं और ठगी का शिकार हो जाते हैं। आज हम आपको पर्सनल लोन से जुड़े ऐसे 5 स्कैम्स की जानकारी दे रहे हैं जिनसे बचना जरूरी है। उनके बारे में जानकर आप भी सतर्क हो सकते हैं। तो चलिए जानते हैं मार्केट में जलसाजो के द्वारा अपनाए जा रहे स्कैम्स के इन 5 तरीकों के बारे में।
1. लोन देने की गारंटी कई अवैध वित्तीय संस्थान ऐसे हैं जो कम क्रेडिट स्कोर वाले ग्राहकों को भी ज्यादा लोन देने की गारंटी दे देते हैं। हालांकि वे कई प्रकार के शुल्क वसूलने पर ज्यादा फोकस करते हैं। जब आप एक बार ऐसे संस्थानों से लोन हासिल कर लेते हैं तो वे ऊंची ब्याज दर वसूलते हैं। इसलिए जब भी आप लोन लेने जाए तो हमेशा ऋण दाता की प्रमाणिकता जांच लें। क्योंकि कोई भी ऋणदाता बिना किसी शर्त के काम क्रेडिट स्कोर वाले ग्राहकों को आसानी से लोन नहीं देते हैं।
2. फर्जी लोन ऐप से बचें कई बार लोगों को जब पैसों की अर्जेंट जरूरत होती है तब वह लोन देने वाले मोबाइल एप्लीकेशन का सहारा लेते हैं। इस समय जल्दी बाजी में कई लोग असली और नकली ऐप में फर्क नहीं कर पाते और नकली ऐप का चुनाव करके धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं। असल में स्कैमर्स असली ऐप के जैसे ही नकली ऐप लॉन्च करते हैं। स्कैमर्स आपकी निजी जानकारी का इस्तेमाल फर्जी क्रेडिट कार्ड या लोन लेने में इस्तेमाल करते हैं।
3. फिशिंग स्कैम इस प्रकार के स्कैम में स्कैमर्स नकली ईमेल, कॉल या मैसेज के लोगों को टारगेट करते हैं। ऐसे में भी ग्राहकों के पैन कार्ड, बैंक खाता, आधार कार्ड और ओटीपी जैसी कई जानकारियां हासिल करके धोखाधड़ी करते हैं। इसलिए हमेशा आरबीआई भी कहता है कि अपनी निजी जानकारियां किसी के साथ शेयर ना करें खासकर ओटीपी।
4. एडवांस फीस के नाम पर धोखाधड़ी कुछ जलसाजों के चक्कर में ग्राहकों को फंसाते हैं। इनके चुंगल में ऐसे ग्राहक ज्यादा फंसते हैं, जिन्हें पैसों की अर्जेंट रिक्वायरमेंट हो या जिनका क्रेडिट स्कोर बेहतर ना हो। ऐसे लोगों से एडवांस फीस के नाम पर लूट करते हैं।
5. दस्तावेजों के माध्यन से फर्जीवाड़ाकई वेबसाइट या जालसाज लोन लेने वालों से असली दस्तावेजों की डिमांड करते हैं और उन दस्तावेजों का गलत इस्तेमाल करते हैं। कई जालसाज आपके नाम पर फर्जी लोन या क्रेडिट कार्ड ले लेते हैं। आरबीआई के द्वारा लोगों को हमेशा से ही आगाह किया जाता है। लोगों को जालसाजी से बचने के तरिके भी बताए जाते हैं।
1. लोन देने की गारंटी कई अवैध वित्तीय संस्थान ऐसे हैं जो कम क्रेडिट स्कोर वाले ग्राहकों को भी ज्यादा लोन देने की गारंटी दे देते हैं। हालांकि वे कई प्रकार के शुल्क वसूलने पर ज्यादा फोकस करते हैं। जब आप एक बार ऐसे संस्थानों से लोन हासिल कर लेते हैं तो वे ऊंची ब्याज दर वसूलते हैं। इसलिए जब भी आप लोन लेने जाए तो हमेशा ऋण दाता की प्रमाणिकता जांच लें। क्योंकि कोई भी ऋणदाता बिना किसी शर्त के काम क्रेडिट स्कोर वाले ग्राहकों को आसानी से लोन नहीं देते हैं।
2. फर्जी लोन ऐप से बचें कई बार लोगों को जब पैसों की अर्जेंट जरूरत होती है तब वह लोन देने वाले मोबाइल एप्लीकेशन का सहारा लेते हैं। इस समय जल्दी बाजी में कई लोग असली और नकली ऐप में फर्क नहीं कर पाते और नकली ऐप का चुनाव करके धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं। असल में स्कैमर्स असली ऐप के जैसे ही नकली ऐप लॉन्च करते हैं। स्कैमर्स आपकी निजी जानकारी का इस्तेमाल फर्जी क्रेडिट कार्ड या लोन लेने में इस्तेमाल करते हैं।
3. फिशिंग स्कैम इस प्रकार के स्कैम में स्कैमर्स नकली ईमेल, कॉल या मैसेज के लोगों को टारगेट करते हैं। ऐसे में भी ग्राहकों के पैन कार्ड, बैंक खाता, आधार कार्ड और ओटीपी जैसी कई जानकारियां हासिल करके धोखाधड़ी करते हैं। इसलिए हमेशा आरबीआई भी कहता है कि अपनी निजी जानकारियां किसी के साथ शेयर ना करें खासकर ओटीपी।
4. एडवांस फीस के नाम पर धोखाधड़ी कुछ जलसाजों के चक्कर में ग्राहकों को फंसाते हैं। इनके चुंगल में ऐसे ग्राहक ज्यादा फंसते हैं, जिन्हें पैसों की अर्जेंट रिक्वायरमेंट हो या जिनका क्रेडिट स्कोर बेहतर ना हो। ऐसे लोगों से एडवांस फीस के नाम पर लूट करते हैं।
5. दस्तावेजों के माध्यन से फर्जीवाड़ाकई वेबसाइट या जालसाज लोन लेने वालों से असली दस्तावेजों की डिमांड करते हैं और उन दस्तावेजों का गलत इस्तेमाल करते हैं। कई जालसाज आपके नाम पर फर्जी लोन या क्रेडिट कार्ड ले लेते हैं। आरबीआई के द्वारा लोगों को हमेशा से ही आगाह किया जाता है। लोगों को जालसाजी से बचने के तरिके भी बताए जाते हैं।
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