अहमदाबाद : अफ्रीका के कांगों में बैठे एक भारतीय मूल के होटल मैनेजर पर गुजरात के तीन विधायकों से रंगदारी मांगने का आरोप लगा है। आरोप है कि होटल मैनेजर ने जूनागढ़ के विधायक संजय कोरडिया को व्हाट्सऐप कॉल कर धमकी दी और 30 लाख रुपये की भी डिमांड की। पुलिस ने इस मामले में अब तक दो लोंगों को गिरफ्तार किया है।
कॉल पर 30 लाख रुपये की डिमांड
गुजरात के जूनागढ़ के विधायक संजय कोरडिया ने अपनी शिकायत में बताया कि 26 अक्टूबर को उनके व्हाट्सऐप नंबर पर एक कॉल आया था। कॉल करने वाले ने उन्हें गालियां दीं और उनसे 30 लाख रुपये की मांग की। जिसके बाद विधायक ने उस नंबर को ब्लॉक कर दिया। लेकिन 28 अक्टूबर को उन्हें एक दूसरे नंबर से फिर धमकी भरा कॉल आया और कई मैसेज भी आए। कॉल करने वाले ने धमकी दी कि अगर पैसे नहीं दिए तो उनके परिवार को नुकसान पहुंचाया जाएगा। कॉल करने वाले आरोपी ने विधायक को यह भी कहा कि गुजरात में उसके कई आदमी हैं और गुजरात की पुलिस उसे छू भी नहीं पाएगी। इसके बाद कॉल करने वाले ने विधायक को अहमदाबाद के रोनक राजू ठाकोर का भारतीय मोबाइल नंबर दिया और कहा कि पैसे कूरियर सर्विस के जरिए उसे भेजें।
पुलिस मामले की जांच कर रही है
कॉल पर रंगदारी वसूलने वाले आरोपी की पहचान समीर गलिफ रिंगब्लोच के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने कम से कम गुजरात के तीन विधायकों को फोन करके पैसे मांगे थे। जूनागढ़ के विधायक की शिकायत के बाद पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। जिनकी पहचान इमरान उर्फ जॉन नुरमोहम्मद सिमारी और रोनक राजू ठाकोर के रूप में हुई है। दोनों पर रंगदारी मांगने और पैसे वसूलने में मदद करने का आरोप है। पुलिस का कहना है कि समीर गलिफ रिंगब्लोच इस पूरे मामले का मुख्य सरगना है और वह अभी कांगो में है।
You may also like

अहमदाबाद विमान हादसा: अमेरिकी शटडाउन से मुकदमा दायर करने की प्रक्रिया में देरी, पीड़ितों ने FAA से मांगी थी ये अहम जानकारी

सलमान-SRK शराब पीकर आते थे.. 'करण अर्जुन' के कोरियोग्राफर ने बताया किस्सा, सेट पर लड़कियों को छेड़ते थे गांव वाले

बीकानेर में सोलर कंपनी के मालिक भाइयों ने रचा कीर्तिमान — भांजों की शादी में भरा 1 करोड़ 56 लाख रुपए का मायरा

बीकानेर में मौसम का मिजाज बदलेगा — नवंबर की शुरुआत में चलेगी सर्द हवा, तापमान में आएगी गिरावट

माही से जुड़ा सवाल बना चर्चा का विषय, शांतिपूर्वक सम्पन्न हुई वीडीओ भर्ती परीक्षा — आंकड़ों से मिली राहत




