नई दिल्ली: लॉरेंस बिश्नोई गैंग एक बार फिर चर्चा में है। कनाडा ने लॉरेंस गैंग को हिंसा और आतंकी वारदातों से जोड़ते हुए आतंकी संगठन घोषित कर दिया है। कनाडा का कहना है कि लॉरेंस गैंग ने कनाडा के विशेष समुदाय को निशाना बनाया और डर का माहौल पैदा किया। कनाडा के जन सुरक्षा मंत्री गैरी आनंद सांगरी का कहना है कि कनाडा में सभी को सुरक्षित महसूस करने का अधिकार है। लेकिन लॉरेंस गैंग कनाडा में आतंक और हिंसा फैला रही है।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग उत्तर भारत, खासतौर पर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली में सक्रिय एक जाना-माना संगठित अपराधी गिरोह है। कनाडा के कानूनों के मुताबिक, आतंकी सूची में शामिल होने का मतलब है कि कनाडा में इस गिरोह की कोई भी संपत्ति, वाहन या धन जब्त किया जा सकता है और उन पर आतंकवादी अपराधों का मुकदमा चलाया जा सकता है।
सभी पार्टियां कर रही थीं डिमांडलंबे समय से कनाडा में सभी दलों के नेता लॉरेंस गैंग को आतंकी संगठन घोषित करने की मांग कर रहे थे। बताया जा रहा है कि ब्रिटिश कोलंबिया, अल्बर्टा और ओंटारियो में जबरन वसूली की बढ़ती धमकियों में इस गिरोह की संलिप्तता ने दक्षिण एशियाई समुदाय को भयभीत कर दिया है।
कौन है लॉरेंस बिश्नोई?लॉरेंस एक 31 साल का गैंगस्टर है, जिसका कुख्यात आपराधिक गिरोह 2014 से उसके कारावास के बावजूद सक्रिय है। वह पंजाब के फिरोजपुर जिले के धत्तरावली गांव के एक संपन्न किसान का बेटा है, और बाद में अपराध की दुनिया में प्रवेश करने से पहले वह कॉलेज की शिक्षा के दौरान छात्र राजनीति में सक्रिय हो गया था।
उनके खिलाफ पहला आपराधिक मामला अप्रैल 2010 में हत्या के प्रयास का दर्ज किया गया था, उसके बाद अप्रैल 2010 में ही अतिक्रमण के लिए एक खिलाफ मारपीट और मोबाइल फोन लूटने का मामला दर्ज किया गया। तीनों ही मामले छात्र राजनीति से जुड़े थे।
दो दर्जन से ज्यादा केस रजिस्टर्डबिश्नोई कई आपराधिक मामलों से जुड़ा है, उसके खिलाफ दो दर्जन से ज़्यादा मामले दर्ज हैं, जिनमें राजनीतिक नेताओं की हत्या और जबरन वसूली शामिल है। उसका गिरोह शराब के धंधे और हथियारों की तस्करी में भी शामिल था और अक्सर हत्यारों को संरक्षण देता था। उसे 2014 में राजस्थान पुलिस के साथ एक मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया था और तब से वह सलाखों के पीछे है।
बिश्नोई पर ये मामले हैं दर्ज > बिश्नोई गिरोह के सदस्य रोहित गोदारा ने सोशल मीडिया पर इस हत्या की जिम्मेदारी ली थी।
> बाबा सिद्दीकी की हत्या: बिश्नोई गिरोह ने पिछले साल मुंबई के पॉश बांद्रा इलाके में 66 वर्षीय राकांपा नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी ली थी। महाराष्ट्र में तीन बार विधायक और पूर्व मंत्री रहे सिद्दीकी कई बॉलीवुड हस्तियों के साथ अपनी नजदीकियों के लिए जाने जाते थे। संदिग्धों ने बताया कि वे बिश्नोई गिरोह से जुड़े थे।
> सलमान खान से झगड़ा: बिश्नोई का सबसे चर्चित मामला बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के साथ उनका झगड़ा है, जिन पर 1998 में राजस्थान में दो काले हिरणों का शिकार करने और उन्हें मारने का आरोप लगाया गया था।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग उत्तर भारत, खासतौर पर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली में सक्रिय एक जाना-माना संगठित अपराधी गिरोह है। कनाडा के कानूनों के मुताबिक, आतंकी सूची में शामिल होने का मतलब है कि कनाडा में इस गिरोह की कोई भी संपत्ति, वाहन या धन जब्त किया जा सकता है और उन पर आतंकवादी अपराधों का मुकदमा चलाया जा सकता है।
सभी पार्टियां कर रही थीं डिमांडलंबे समय से कनाडा में सभी दलों के नेता लॉरेंस गैंग को आतंकी संगठन घोषित करने की मांग कर रहे थे। बताया जा रहा है कि ब्रिटिश कोलंबिया, अल्बर्टा और ओंटारियो में जबरन वसूली की बढ़ती धमकियों में इस गिरोह की संलिप्तता ने दक्षिण एशियाई समुदाय को भयभीत कर दिया है।
कौन है लॉरेंस बिश्नोई?लॉरेंस एक 31 साल का गैंगस्टर है, जिसका कुख्यात आपराधिक गिरोह 2014 से उसके कारावास के बावजूद सक्रिय है। वह पंजाब के फिरोजपुर जिले के धत्तरावली गांव के एक संपन्न किसान का बेटा है, और बाद में अपराध की दुनिया में प्रवेश करने से पहले वह कॉलेज की शिक्षा के दौरान छात्र राजनीति में सक्रिय हो गया था।
उनके खिलाफ पहला आपराधिक मामला अप्रैल 2010 में हत्या के प्रयास का दर्ज किया गया था, उसके बाद अप्रैल 2010 में ही अतिक्रमण के लिए एक खिलाफ मारपीट और मोबाइल फोन लूटने का मामला दर्ज किया गया। तीनों ही मामले छात्र राजनीति से जुड़े थे।
दो दर्जन से ज्यादा केस रजिस्टर्डबिश्नोई कई आपराधिक मामलों से जुड़ा है, उसके खिलाफ दो दर्जन से ज़्यादा मामले दर्ज हैं, जिनमें राजनीतिक नेताओं की हत्या और जबरन वसूली शामिल है। उसका गिरोह शराब के धंधे और हथियारों की तस्करी में भी शामिल था और अक्सर हत्यारों को संरक्षण देता था। उसे 2014 में राजस्थान पुलिस के साथ एक मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया था और तब से वह सलाखों के पीछे है।
बिश्नोई पर ये मामले हैं दर्ज > बिश्नोई गिरोह के सदस्य रोहित गोदारा ने सोशल मीडिया पर इस हत्या की जिम्मेदारी ली थी।
> बाबा सिद्दीकी की हत्या: बिश्नोई गिरोह ने पिछले साल मुंबई के पॉश बांद्रा इलाके में 66 वर्षीय राकांपा नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी ली थी। महाराष्ट्र में तीन बार विधायक और पूर्व मंत्री रहे सिद्दीकी कई बॉलीवुड हस्तियों के साथ अपनी नजदीकियों के लिए जाने जाते थे। संदिग्धों ने बताया कि वे बिश्नोई गिरोह से जुड़े थे।
> सलमान खान से झगड़ा: बिश्नोई का सबसे चर्चित मामला बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के साथ उनका झगड़ा है, जिन पर 1998 में राजस्थान में दो काले हिरणों का शिकार करने और उन्हें मारने का आरोप लगाया गया था।
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