नोएडा: उत्तर प्रदेश मेंनोएडा एक बार फिर दिल्ली-एनसीआर में सबसे प्रदूषित शहर की कैटिगिरी में पहुंच गया है। 327 एक्यूआई के साथ नोएडा देश में चौथे नंबर का प्रदूषित शहर रहा। नोएडा-ग्रेटर नोएडा में सोमवार पूरे दिन धुंध की वजह से धूप नहीं निकली। लोग खांसते नजर आए। हैरानी की बात यह है कि पूरे एनसीआर में गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा दोनों ही नोएडा से एकदम सटे हुए है लेकिन इन दोनों शहरों में प्रदूषण ग्राफ कम रहा। वहीं हवा की गति और धीमी हो गई है। माना जा रहा है कि यही स्थिति बनी रही तो अगले दो-तीन दिन में प्रदूषण काफी ज्यादा परेशानी बढ़ा सकता है।
बता दें कि दिवाली के तीसरे दिन बुधवार को प्रदूषण का ग्राफ ग्रैप-2 से ग्रेप-1 में पहुंच गया था। अब फिर तीन दिन से स्थिति बहुत खराब की श्रेणी में बनी हुई है। सोमवार को नोएडा का एक्यूआई 327 रहा जबकि ग्रेटर नोएडा का 284 रहा। वहीं गाजियाबाद का 286 दिल्ली का 301 और गुड़गांव का केवल 132 रहा। फरीदाबाद का एक्यूआई 198 रहा।
बदल रहा मौसम
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार आने वाले दिनों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। 27 अक्टूबर से 1 नवंबर तक दिल्ली-एनसीआर में अधिकतम तापमान 30 और न्यूनतम तापमान 15 से 16 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा।
बढ़ सकती हैं पाबंदियां
माना जा रहा है कि पराली जलाने, निर्माण कार्यों से निकलने वाली धूल और वाहनों का धुआं मिलकर प्रदूषण बढ़ा रहे है। हवा की गुणवत्ता इसी स्तर पर बनी रही तो अगले अगले दो वेो दिन में निर्माण कार्यों पर रोक, डीजी पर पाबंदी और सड़कों की मैकेनिकल सफाई बढ़ाने जैसे कदम उठाए जा सकते है।
खुले में पड़ी निर्माण सामग्री
प्राधिकरण भी प्रदूषण को रोकने के प्रति संवेदनशील नहीं है। सेक्टर 51 के गेट नंबर 10, 11 और 12 के बाहर वाली सड़क पर खुले में बिल्डिंग मटीरियल सालो-साल पड़ा रहता है। इसकी शिकायतों पर कोई सुनवाई नहीं हो रही।
बता दें कि दिवाली के तीसरे दिन बुधवार को प्रदूषण का ग्राफ ग्रैप-2 से ग्रेप-1 में पहुंच गया था। अब फिर तीन दिन से स्थिति बहुत खराब की श्रेणी में बनी हुई है। सोमवार को नोएडा का एक्यूआई 327 रहा जबकि ग्रेटर नोएडा का 284 रहा। वहीं गाजियाबाद का 286 दिल्ली का 301 और गुड़गांव का केवल 132 रहा। फरीदाबाद का एक्यूआई 198 रहा।
बदल रहा मौसम
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार आने वाले दिनों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। 27 अक्टूबर से 1 नवंबर तक दिल्ली-एनसीआर में अधिकतम तापमान 30 और न्यूनतम तापमान 15 से 16 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा।
बढ़ सकती हैं पाबंदियां
माना जा रहा है कि पराली जलाने, निर्माण कार्यों से निकलने वाली धूल और वाहनों का धुआं मिलकर प्रदूषण बढ़ा रहे है। हवा की गुणवत्ता इसी स्तर पर बनी रही तो अगले अगले दो वेो दिन में निर्माण कार्यों पर रोक, डीजी पर पाबंदी और सड़कों की मैकेनिकल सफाई बढ़ाने जैसे कदम उठाए जा सकते है।
खुले में पड़ी निर्माण सामग्री
प्राधिकरण भी प्रदूषण को रोकने के प्रति संवेदनशील नहीं है। सेक्टर 51 के गेट नंबर 10, 11 और 12 के बाहर वाली सड़क पर खुले में बिल्डिंग मटीरियल सालो-साल पड़ा रहता है। इसकी शिकायतों पर कोई सुनवाई नहीं हो रही।
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