शाहरुख खान बॉलीवुड के सबसे बड़े सितारों में से एक हैं। उन्होंने तीन दशकों से भी अधिक समय से इंडस्ट्री को दिया जहां उन्होंने ब्लॉकबस्टर, हिट और शानदार फिल्में दीं। शाहरुख खान ने इसी साल अपना पहला नैशनल अवॉर्ड जीता। इस उपलब्धि का जश्न मनाते हुए, शाहरुख ने अब खुलकर बात की है। उन्होंने कहा है कि एक समय ऐसा भी था जब उन्हें यह सम्मान जल्दी न मिलने का दुख हुआ था और लंबा इंतजार उनके लिए मुश्किल रहा।
'कल हो ना हो' स्टार ने रविवार को 60 साल पूरे होने पर मुंबई में एक भव्य कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उन्होंने अपने प्रशंसकों के साथ इस खास मौके का जश्न मनाया। इस कार्यक्रम के दौरान, उन्होंने अपने करियर के अलग-अलग पड़ावों के बारे में खुलकर बात की, जिसमें इस साल उन्हें मिला पहला राष्ट्रीय पुरस्कार भी शामिल था।
पहले ये अवॉर्ड नहीं मिला तो हुए थे निराश
एक्टर ने कबूल किया कि उन्हें अवॉर्ड लेना बहुत पसंद है और जब वह पहले अवॉर्ड नहीं जीत पाए थे तो उन्हें निराशा होती थी। 'हिंदुस्तान टाइम्स' के हवाले से उन्होंने कहा, '10-15 साल पहले बुरा भी लगता था कि मुझे नहीं मिला। क्योंकि मुझे तो ऐसा लगता है कि मैं हर बार अच्छी एक्टिंग करता हूं'
शाहरुख बोले- कभी-कभी मुझे बुरा लगता था
चेन्नई एक्सप्रेस' एक्टर शाहरुख ने कहा किउन्होंने हमेशा बहुत मेहनत की है और जब उनके प्रयासों पर ध्यान नहीं दिया गया तो उन्हें बहुत बुरा लगा। उन्होंने कहा, 'मैं बहुत मेहनत करता हूं लेकिन कभी-कभी मुझे बुरा लगता था कि मेरी इन कोशिशों को नोटिस क्यों नहीं किया जाता। सच कहूं तो, रचनात्मक कार्य को मान्यता की जरूरत होती है, क्योंकि इसे मापने का कोई और तरीका नहीं है। थिएटर में, जब हम एक्टिंग करते थे तो लोग तालियां बजाकर ये एहसास कराते थे।'
'मुझे फैन्स से मिलना सबसे ज़्यादा संतुष्टि देता है'
उन्होंने आगे कहा कि समय के साथ, उन्हें अवॉर्ड्स के पीछे भागने की बजाय अपने फैन्स से मिलने में ज्यादा खुशी मिली। उन्होंने आगे कहा, 'मैंने तय किया कि अवॉर्ड मिले या न मिले, मुझे चाहने वालों से मिलना सबसे ज़्यादा संतुष्टि देता है। मुझे पता है कि यह हमेशा संभव नहीं होता। पहले, मैं हर जगह फैन्स से मिलता था, मॉल, गलियों, ट्रकों, हवाई जहाजों, शोज में। अब मैंने खुद को स्लो डाउन किया है और ज्यादातर अपनी फिल्मों पर ध्यान देता हूं। मेरे लिए फैन्स के साथ बिताया यह पल मेरे हर काम को मान्यता देता है। सभी अवॉर्ड को छोड़ दें, तो यह पल बहुत मायने रखता है।'
नैशनल अवॉर्ड जीतना एक अविश्वसनीय सम्मान
बताते चलें कि शाहरुख ने इस साल 'जवान' के लिए नैशनल अवॉर्ड जीतना एक अविश्वसनीय सम्मान बताया। उन्होंने कहा, 'मैं उन सभी का बहुत आभारी हूं जिन्होंने ये चुनाव किया था। मेरे दोस्त आशुतोष गोवारिकर उस कमिटी में थे। विडंबना यह है कि अपनी फिल्म (स्वदेस) के लिए भी, उन्हें शायद लगा कि मैं इसका हकदार हूं।'
अगली बार फिल्म 'किंग' में नजर आएंगे शाहरुख
ब्लॉकबस्टर फिल्मों और अवॉर्ड से भरे एक लंबे और प्रतिष्ठित सफर के बाद, इस सम्मान ने आखिरकार उन्हें वह राष्ट्रीय पुरस्कार दिलाया जिसकी उन्हें लंबे समय से उम्मीद थी। वर्कफ्रंट की बात करें तो शाहरुख अगली बार फिल्म 'किंग' में नजर आएंगे, जिसमें उनकी बेटी सुहाना खान, अभिषेक बच्चन, दीपिका पादुकोण और अन्य कलाकार भी हैं।
'कल हो ना हो' स्टार ने रविवार को 60 साल पूरे होने पर मुंबई में एक भव्य कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उन्होंने अपने प्रशंसकों के साथ इस खास मौके का जश्न मनाया। इस कार्यक्रम के दौरान, उन्होंने अपने करियर के अलग-अलग पड़ावों के बारे में खुलकर बात की, जिसमें इस साल उन्हें मिला पहला राष्ट्रीय पुरस्कार भी शामिल था।
पहले ये अवॉर्ड नहीं मिला तो हुए थे निराश
एक्टर ने कबूल किया कि उन्हें अवॉर्ड लेना बहुत पसंद है और जब वह पहले अवॉर्ड नहीं जीत पाए थे तो उन्हें निराशा होती थी। 'हिंदुस्तान टाइम्स' के हवाले से उन्होंने कहा, '10-15 साल पहले बुरा भी लगता था कि मुझे नहीं मिला। क्योंकि मुझे तो ऐसा लगता है कि मैं हर बार अच्छी एक्टिंग करता हूं'
शाहरुख बोले- कभी-कभी मुझे बुरा लगता था
चेन्नई एक्सप्रेस' एक्टर शाहरुख ने कहा किउन्होंने हमेशा बहुत मेहनत की है और जब उनके प्रयासों पर ध्यान नहीं दिया गया तो उन्हें बहुत बुरा लगा। उन्होंने कहा, 'मैं बहुत मेहनत करता हूं लेकिन कभी-कभी मुझे बुरा लगता था कि मेरी इन कोशिशों को नोटिस क्यों नहीं किया जाता। सच कहूं तो, रचनात्मक कार्य को मान्यता की जरूरत होती है, क्योंकि इसे मापने का कोई और तरीका नहीं है। थिएटर में, जब हम एक्टिंग करते थे तो लोग तालियां बजाकर ये एहसास कराते थे।'
'मुझे फैन्स से मिलना सबसे ज़्यादा संतुष्टि देता है'
उन्होंने आगे कहा कि समय के साथ, उन्हें अवॉर्ड्स के पीछे भागने की बजाय अपने फैन्स से मिलने में ज्यादा खुशी मिली। उन्होंने आगे कहा, 'मैंने तय किया कि अवॉर्ड मिले या न मिले, मुझे चाहने वालों से मिलना सबसे ज़्यादा संतुष्टि देता है। मुझे पता है कि यह हमेशा संभव नहीं होता। पहले, मैं हर जगह फैन्स से मिलता था, मॉल, गलियों, ट्रकों, हवाई जहाजों, शोज में। अब मैंने खुद को स्लो डाउन किया है और ज्यादातर अपनी फिल्मों पर ध्यान देता हूं। मेरे लिए फैन्स के साथ बिताया यह पल मेरे हर काम को मान्यता देता है। सभी अवॉर्ड को छोड़ दें, तो यह पल बहुत मायने रखता है।'
नैशनल अवॉर्ड जीतना एक अविश्वसनीय सम्मान
बताते चलें कि शाहरुख ने इस साल 'जवान' के लिए नैशनल अवॉर्ड जीतना एक अविश्वसनीय सम्मान बताया। उन्होंने कहा, 'मैं उन सभी का बहुत आभारी हूं जिन्होंने ये चुनाव किया था। मेरे दोस्त आशुतोष गोवारिकर उस कमिटी में थे। विडंबना यह है कि अपनी फिल्म (स्वदेस) के लिए भी, उन्हें शायद लगा कि मैं इसका हकदार हूं।'
अगली बार फिल्म 'किंग' में नजर आएंगे शाहरुख
ब्लॉकबस्टर फिल्मों और अवॉर्ड से भरे एक लंबे और प्रतिष्ठित सफर के बाद, इस सम्मान ने आखिरकार उन्हें वह राष्ट्रीय पुरस्कार दिलाया जिसकी उन्हें लंबे समय से उम्मीद थी। वर्कफ्रंट की बात करें तो शाहरुख अगली बार फिल्म 'किंग' में नजर आएंगे, जिसमें उनकी बेटी सुहाना खान, अभिषेक बच्चन, दीपिका पादुकोण और अन्य कलाकार भी हैं।
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