चंडीगढ़ : राजस्थान की पिंक सिटी जयपुर जिले के रहने वाले अमित सेहरा की जिंदगी अचानक बदल गई। छोटे से गांव कोटपुतली के अमित सेहरा की असल ज़िंदगी में लॉटरी लगी है। उन्होंने 11 करोड़ रुपये जीत लिए हैं। अमित सेहरा ने बताया कि उन्होंने अपने एक दोस्त के साथ मोगा घूमने के दौरान दो टिकट खरीदे थे। एक टिकट उन्होंने अपने नाम पर और दूसरा टिकट पत्नी ने नाम पर लिया है। दिलचस्प बात है कि इन टिकट को खरीदने के लिए अमित ने अपने दोस्त से 1000 रुपये उधार लिए थे।
अमित ने बताया कि उनकी पत्नी के नाम पर ली गई टिकट पर उन्होंने 1,000 रुपये जीते हैं। वहीं उनके टिकट पर 11 करोड़ रुपये का बड़ा इनाम निकला। अमित सेहरा ने बताया कि मैं जयपुर ज़िले के कोटपुतली गांव का रहने वाला हूं। मैं अपनी खुशी बयां नहीं कर सकता।
हजार रुपये लिए थे उधारअमित सेहरा ने कहा कि मैं पंजाब सरकार और लॉटरी एजेंसी का शुक्रिया अदा करता हूं। आज मेरे सारे दुख-दर्द दूर हो गए। मैंने 11 करोड़ रुपये जीत लिए हैं। मैं अपने एक दोस्त के साथ मोगा घूमने आया था और दो टिकट खरीदे, एक अपने लिए और एक अपनी पत्नी के लिए। मैंने टिकट खरीदने के लिए अपने दोस्त से 1000 रुपये उधार लिए। मेरी पत्नी के टिकट से 1000 रुपये और मेरे टिकट से 11 करोड़ रुपये जीते। मैं भगवान हनुमान का बहुत बड़ा भक्त हूं। उन्होंने आगे कहा कि वह अपने दोस्त की दोनों बेटियों को 50-50 हजार रुपये देंगे।
दोस्त की बेटियों को देंगे 1 लाखअमित ने आगे कहा कि मैंने अपनी मां को खोया है, इसलिए मैं बेटियों का दर्द समझता हूं। इसलिए मैं अपने दोस्त की बेटियों को 50-50 हजार रुपये दूंगा। बाकी पैसे मैं अपने बच्चों की पढ़ाई और घर बनाने में लगाऊंगा। मैं लोगों से पंजाब सरकार की इस योजना का लाभ उठाने का आग्रह करता हूं। मेरी कामना है कि हर व्यक्ति की गरीबी दूर हो। लॉटरी एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि लॉटरी का पहला इनाम 11 करोड़ रुपये का था।
काउंटर से लिया था टिकटअमित ने आगे कहा कि आज दिवाली बंपर के विजेता अमित सेहरा 11 करोड़ रुपये की राशि का दावा पत्र जमा करने लॉटरी कार्यालय आए। उन्होंने भटिंडा से टिकट खरीदा था। हमारा दावा पत्र हमारी वेबसाइट पर उपलब्ध है। इसे हमारे विक्रेता से भी खरीदा जा सकता है। विजेताओं को अपना विवरण जैसे बैंक खाता संख्या, नाम, पता और मूल टिकट देना होगा। मंजूरी मिलने के बाद राशि खाते में स्थानांतरित कर दी जाएगी। दावा पत्र जमा करने के लिए किसी पैसे की आवश्यकता नहीं है, और इसे पंजाब सरकार के कार्यालय में जमा करना होगा। उन्होंने आगे चेतावनी दी कि पंजाब सरकार कोई भी ऑनलाइन लॉटरी योजना नहीं चलाती है और यह अवैध है। उन्होंने आगे कहा कि हम केवल कागज़ पर लॉटरी चलाते हैं और इसे काउंटर से ही लेना होता है।
16 सदस्यों का परिवार चलाते हैं अमित सेहराअमित अपने 16 सदस्यों के परिवार का पालन-पोषण करते हैं। अमित सब्जी बेचते हैं। खास बात है कि वह मोबाइल भी यूज नहीं करते हैं। जब उनके दोस्त के पास कॉल आया और उसने उन्हें लॉटरी लगने के बारे में बताया तो उन्हें लगा कि वह मजाक कर रहा है। फिर मोबाइल पर अफसरों ने बात की लेकिन उन्हें यकीन नहीं हुआ। आखिर जब वे उनके घर आए और बताया कि वाकई में उसे 11 करोड़ की लॉटरी लगी है तो उसे यकीन हुआ।
अमित ने बताया कि उनकी पत्नी के नाम पर ली गई टिकट पर उन्होंने 1,000 रुपये जीते हैं। वहीं उनके टिकट पर 11 करोड़ रुपये का बड़ा इनाम निकला। अमित सेहरा ने बताया कि मैं जयपुर ज़िले के कोटपुतली गांव का रहने वाला हूं। मैं अपनी खुशी बयां नहीं कर सकता।
हजार रुपये लिए थे उधारअमित सेहरा ने कहा कि मैं पंजाब सरकार और लॉटरी एजेंसी का शुक्रिया अदा करता हूं। आज मेरे सारे दुख-दर्द दूर हो गए। मैंने 11 करोड़ रुपये जीत लिए हैं। मैं अपने एक दोस्त के साथ मोगा घूमने आया था और दो टिकट खरीदे, एक अपने लिए और एक अपनी पत्नी के लिए। मैंने टिकट खरीदने के लिए अपने दोस्त से 1000 रुपये उधार लिए। मेरी पत्नी के टिकट से 1000 रुपये और मेरे टिकट से 11 करोड़ रुपये जीते। मैं भगवान हनुमान का बहुत बड़ा भक्त हूं। उन्होंने आगे कहा कि वह अपने दोस्त की दोनों बेटियों को 50-50 हजार रुपये देंगे।
दोस्त की बेटियों को देंगे 1 लाखअमित ने आगे कहा कि मैंने अपनी मां को खोया है, इसलिए मैं बेटियों का दर्द समझता हूं। इसलिए मैं अपने दोस्त की बेटियों को 50-50 हजार रुपये दूंगा। बाकी पैसे मैं अपने बच्चों की पढ़ाई और घर बनाने में लगाऊंगा। मैं लोगों से पंजाब सरकार की इस योजना का लाभ उठाने का आग्रह करता हूं। मेरी कामना है कि हर व्यक्ति की गरीबी दूर हो। लॉटरी एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि लॉटरी का पहला इनाम 11 करोड़ रुपये का था।
काउंटर से लिया था टिकटअमित ने आगे कहा कि आज दिवाली बंपर के विजेता अमित सेहरा 11 करोड़ रुपये की राशि का दावा पत्र जमा करने लॉटरी कार्यालय आए। उन्होंने भटिंडा से टिकट खरीदा था। हमारा दावा पत्र हमारी वेबसाइट पर उपलब्ध है। इसे हमारे विक्रेता से भी खरीदा जा सकता है। विजेताओं को अपना विवरण जैसे बैंक खाता संख्या, नाम, पता और मूल टिकट देना होगा। मंजूरी मिलने के बाद राशि खाते में स्थानांतरित कर दी जाएगी। दावा पत्र जमा करने के लिए किसी पैसे की आवश्यकता नहीं है, और इसे पंजाब सरकार के कार्यालय में जमा करना होगा। उन्होंने आगे चेतावनी दी कि पंजाब सरकार कोई भी ऑनलाइन लॉटरी योजना नहीं चलाती है और यह अवैध है। उन्होंने आगे कहा कि हम केवल कागज़ पर लॉटरी चलाते हैं और इसे काउंटर से ही लेना होता है।
16 सदस्यों का परिवार चलाते हैं अमित सेहराअमित अपने 16 सदस्यों के परिवार का पालन-पोषण करते हैं। अमित सब्जी बेचते हैं। खास बात है कि वह मोबाइल भी यूज नहीं करते हैं। जब उनके दोस्त के पास कॉल आया और उसने उन्हें लॉटरी लगने के बारे में बताया तो उन्हें लगा कि वह मजाक कर रहा है। फिर मोबाइल पर अफसरों ने बात की लेकिन उन्हें यकीन नहीं हुआ। आखिर जब वे उनके घर आए और बताया कि वाकई में उसे 11 करोड़ की लॉटरी लगी है तो उसे यकीन हुआ।
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