इंदौर, 30 सितम्बर (Udaipur Kiran News) . Madhya Pradesh के इंदौर में इंदौर लोकायुक्त पुलिस की टीम ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए नायब तहसीलदार के बाबू (निलंबित), वर्तमान अटैच तहसील कनाडिया को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया है. आरोपित बाबू ने जमीन नामांतरण के नाम पर 50 हजार रुपये रिश्वत की मांग की थी. बाबू इतना शातिर था कि उसने फरियादी को रिश्वत की राशि लेकर बुलाया और अपने टेबल के दराज में रखवा लिए. मगर लोकायुक्त की टीम ने बाबू को रंगेहाथ पकड़ लिया.
इंदौर लोकायुक्त एसपी राजेश सहाय ने बताया कि एडवोकेट कृष्ण कुमार डांगी ने एक आवेदन देकर शिकायत की थी. उन्होंने बताया कि उनकी विधवा बुआ भगवंती बाई निवासी ग्राम खराडीया की जमीन के नामांतरण के लिए बाबू नरेंद्र नरवरिया ने नायब तहसीलदार खुड़ैल दयाराम निगम के साथ मिलकर 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी है. इस शिकायत की जांच की तो ये शिकायत सही मिली.
मंगलवार को लोकायुक्त के ट्रैप दल ने निलंबित सहायक ग्रेड-3 नरेंद्र नरवरिया को रिश्वत लेते पकड़ा. ट्रैप प्लान के तहत आवेदक 50 हजार रुपये की रिश्वत लेकर तहसील कार्यालय पहुंचे. नरवरिया ने रिश्वत की राशि अपने टेबल की दराज में रखवा ली. जैसे ही रिश्वत ली गई, आसपास तैनात ट्रैप दल ने आरोपी को दबोच लिया. आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम 2018 की धारा 7 और 13(1) के तहत कार्रवाई की गई. इस दौरान नायब तहसीलदार मौके पर उपस्थित नहीं थे. ट्रैप दल में डीसीपी सुनील तालाना, इंस्पेक्टर आशुतोष मिठास, सब-इंस्पेक्टर रहीम खान, प्रधान आरक्षक प्रमोद यादव, आरक्षक आदित्य भदौरिया, राकेश मिश्रा, आशीष नायडू, आशीष आर्य और शैलेंद्र बघेल शामिल रहे.
(Udaipur Kiran) तोमर
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