रांची, 11 नवंबर (Udaipur Kiran) . राज्य स्थापना के 25वें गौरवशाली वर्ष के अवसर पर Chief Minister आवासीय परिसर में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से जन-जागरूकता के लिए संचालित प्रचार वाहनों के फ्लैग ऑफ़ कार्यक्रम का आयोजन मंगलवार को किया गया.
Chief Minister हेमंत सोरेन एवं विधायक कल्पना सोरेन ने प्रचार वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
ये प्रचार वाहन राज्य के सभी जिलों, प्रखंडों एवं गांवों में भ्रमण कर Jharkhand की 25 वर्षों की उपलब्धियों, जनकल्याणकारी योजनाओं एवं विकास कार्यों की जानकारी जन-जन तक पहुंचाएंगे. इन वाहनों के माध्यम से युवाओं, महिलाओं, किसानों तथा समाज के सभी वर्गों को राज्य के समेकित विकास में भागीदारी के लिए प्रेरित किया जाएगा.
Chief Minister ने इस अवसर पर समस्त राज्यवासियों को रजत जयंती की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि 25 वर्षों की यह यात्रा Jharkhand के आत्मगौरव और उन्नति की गाथा है. उन्होंने कहा कि जिस संकल्पना के साथ यह राज्य बना था, उसे और गति देने के लिए सरकार निरंतर कार्य कर रही है.
रजत जयंती के साथ ही हम सभी भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती भी मनाएंगे, जो Jharkhand के आदिवासी-मूलवासी समाज के लिए गर्व और प्रेरणा का अवसर है.
कार्यक्रम के दौरान Jharkhand की विविध संस्कृति, परंपरा और समृद्धि की मनमोहक झलकियां प्रस्तुत की गईं. पारंपरिक लोकनृत्य, लोकगीत और Jharkhandी वाद्य यंत्रों की मधुर धुनों ने कार्यक्रम को जीवंत बना दिया.
राज्य के कला, संस्कृति और लोकजीवन से जुड़े विभिन्न समूहों ने अपनी प्रस्तुतियों के माध्यम से Jharkhand की सांस्कृतिक विरासत और एकता के संदेश को उजागर किया. इस मौके पर दुमका के संताली बैंड सहित स्थानीय लोककलाकारों ने सम्मोहक प्रस्तुति दी.
इस अवसर पर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, उपायुक्त रांची मंजूनाथ भजंत्री, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के निदेशक राजीव लोचन बख्शी सहित जनसंपर्क विभाग के पदाधिकारी सहित वरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे.
—————
(Udaipur Kiran) / विकाश कुमार पांडे
You may also like

शाम लौटने वाले थे, सुबह जनाज़ा बनकर आए... दिल्ली कार ब्लास्ट में मारे गए मोहसिन की कहानी कलेजा चीर देगी

दिल्ली में डीसीपी ने आईपीएस पर आरोप लगाकर दिया इस्तीफा

अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने दरगाह साबिर पाक में पेश की चादर

अनिल कुंबले का समर्थन! कर्नाटक क्रिकेट सुधार मिशन के लिए मैदान में उतरे वेंकटेश प्रसाद

ट्रंप की 'नाटक-नौटंकी' के बाद भी क्यों पटरी पर हैं भारत-अमेरिका के रिश्ते? जानिए सबसे बड़ा कारण




