– अयोध्या को 2028 में मिलेगा रिंग रोड का तोहफा, निर्माण शुरू
– राम नगरी में योगी सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना लेने लगी आकार
– परियोजना पर आएगी 3418 करोड़ की लागत, सरयू पर दो पुल भी हैं प्रस्तावित
-अयोध्या बनेगी आधुनिक शहर की मिसाल, पर्यटन और व्यापार को मिलेगा नया आयाम
अयोध्या, 06 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . Uttar Pradesh की सांस्कृतिक और धार्मिक नगरी अयोध्या को जल्द ही एक बड़ा उपहार मिलने वाला है. Chief Minister योगी आदित्यनाथ ने उस उपहार की नींव भी रख दी है. यह उपहार कुछ और नहीं बल्कि बहुप्रतिष्ठित रिंग रोड है. परियोजना पर कार्य शुरू हो गया है. अगर सब कुछ ठीक ठाक रहा तो लक्ष्य है की 2028 तक इस पर सरपट वाहन दौड़ेंगे. यह परियोजना न केवल अयोध्या की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगी, बल्कि पर्यटन और आर्थिक विकास को भी नई गति प्रदान करेगी.
लगभग 3418 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस 67.50 किलोमीटर लम्बे और 60 मीटर चौड़े रिंग रोड पर सात फ्लाईओवर, चार रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी), 16 वाहन अंडरपास, 11 मेजर ब्रिज और 18 माइनर ब्रिज का निर्माण शामिल है. इसके अलावा सरयू नदी पर दो भव्य पुलों का निर्माण भी प्रस्तावित है, जो अयोध्या को बस्ती और गोंडा से जोड़ेंगे.
–जानिए, कौन कौन से राष्ट्रीय राजमार्ग जुड़ेंगे
यह परियोजना अयोध्या को राष्ट्रीय राजमार्गों जैसे एनएच 27 (लखनऊ-गोरखपुर), एनएच 330 ए (अयोध्या-रायबरेली), एनएच 330 (अयोध्या-Prayagraj), और 135 ए (अयोध्या-वाराणसी वाया अम्बेडकर नगर) से जोड़ेगी. इसके अतिरिक्त अयोध्या-गोंडा मार्ग को भी इस रिंग रोड से जोड़ा जाएगा. यह परियोजना अयोध्या के यातायात को सुगम बनाने के साथ-साथ तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए आवागमन को और आसान बनाएगी. परियोजना के तहत सरयू नदी पर दो पुलों का निर्माण विशेष रूप से उल्लेखनीय है. पहला पुल राजेपुर के पास अयोध्या को बस्ती से जोड़ेगा, जबकि दूसरा पुल ढे़मुवा घाट अप साइड पर अयोध्या-गोंडा मार्ग को जोड़ेगा. इसके अलावा अयोध्या से वाराणसी, Prayagraj, लखनऊ और मनकापुर की रेलवे लाइनों पर चार आरओबी का निर्माण होगा, जो रेल और सड़क यातायात के बीच तालमेल सुनिश्चित करेगा.
–90 फीसदी से अधिक भूमि का हो चुका अधिग्रहण: डीएम
जिलाधिकारी निखिल टीकाराम के अनुसार परियोजना के लिए आवश्यक जमीन अधिग्रहण का कार्य पहले ही पूरा हो चुका है. 90 फीसदी से अधिक जमीन का अधिग्रहण हो चुका है, जिससे परियोजना को गति मिली है. वर्तमान में छह मेजर ब्रिज, दो माइनर ब्रिज, छह फ्लाईओवर और 13 वाहन अंडरपास पर निर्माण कार्य शुरू हो चुका है. कार्यदायी संस्था मेसर्स सीगल अयोध्या बाईपास हाइवे प्राइवेट लिमिटेड ने परियोजना पर तेजी से काम शुरू कर दिया है. यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि परियोजना समयबद्ध तरीके से पूरी हो और गुणवत्ता के मानकों का पालन हो.
–स्थानीय व्यापार और पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
3418 करोड़ रुपये की इस परियोजना का अयोध्या और आसपास के क्षेत्रों पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा. रिंग रोड के निर्माण से न केवल यातायात की भीड़ भाड़ कम होगी, बल्कि स्थानीय व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के बाद से तीर्थयात्रियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. ऐसे में यह रिंग रोड तीर्थयात्रियों के लिए सुगम और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करेगा. साथ ही यह परियोजना स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा करेगी.
–आधुनिक शहरों के रूप में होगी अयोध्या की पहचान
लक्ष्य है कि 2028 में इस परियोजना के पूर्ण होने पर अयोध्या न केवल एक धार्मिक केंद्र के रूप में बल्कि एक आधुनिक और विकसित शहर के रूप में भी अपनी पहचान बनाएगी. योगी सरकार की यह पहल अयोध्या को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर और मजबूत करेगी. रिंग रोड के निर्माण से अयोध्या में बुनियादी ढांचे का विकास होगा, जिससे न केवल स्थानीय निवासियों को लाभ होगा, बल्कि देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को भी सुविधा मिलेगी.
–अयोध्या में बाइपास निर्माण कार्य तेजी से प्रगति पर, कई स्थलों पर अंडरपास और एम्बैंकमेंट बन रहे
जिला अयोध्या में बाइपास निर्माण कार्य तेजी से प्रगति पर है. राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा एनएच-27, एनएच-330ए और एनएच-330 पर एक साथ कई स्थलों पर कार्य किया जा रहा है. ग्राम कटराौली, मगलसी, मऊ यदुवंशपुर तथा खानपुर मसौदा में अंडरपास निर्माण कार्य गति पकड़ चुका है, वहीं ग्राम हरिपुर जलालाबाद, हुंसेपुर, रायपुर मनापुर और खरगापुर में एम्बैंकमेंट (बंधा) निर्माण कार्य निरंतर प्रगति पर है.निर्माण कार्य पूरे होने पर शहर का यातायात सुगम होगा और बाइपास बनने से अयोध्या आने-जाने वाले वाहनों को जाम की समस्या से बड़ी राहत मिलेगी.
जिला अयोध्या में “साउदर्न अयोध्या बाईपास” परियोजना के अंतर्गत कार्य विभिन्न स्थलों पर प्रगति पर हैं. तहसील सोहावल में ग्राम रायपुर, मनापुर, खरगापुर, ताजपुर कोधारा, गोपालपुर, बिच्छिया, मऊयादुवंशपुर, सोफियापारा, महावन, रघ्घोपुर, टोनीय Biharिपुर, खानपुर मसौधा, बिरौली, शिवदासपुर, भदोखर, उघरपुर, सुक्खापुर इतौरा, डदेहरा, बैसिंह, रामदत्तपुर अतरवा, समहा कला, सरेठी, समहा खुर्द, परखन, रामपुर हलवारा उपरहार, रामपुर हलवारा मंजहा, सरायरासी मंजहा आदि ग्रामों में सड़क, अंडरपास, फ्लाईओवर, लघु एवं प्रमुख पुलों के निर्माण कार्य प्रारंभ किए गए हैं. इसके अतिरिक्त तहसील हर्रैया (जनपद बस्ती) के ग्राम चौरा, पिकौरा चौबे, अलीया जुग्गाराम, बरागांव, रैदासपुर टंडा बेलवा, परैया टंडा बेलवा, धीरौली पांडेय, रायपुर टंडा बेलवा, मलौली दुबे, गोड़सरा तिवारी, एकमहरीया टंडा बेलवा तथा रमाहतिया में भी ट्रंपेट, पाइलिंग एवं पियर कैप के कार्य प्रगति पर हैं.
(Udaipur Kiran) / पवन पाण्डेय
You may also like
अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस की पूर्व संध्या पर छात्राओं काे विश्वविद्यालय में कराया गया शैक्षिक भ्रमण
मंगला राय राष्ट्रीय कुश्ती: चौथी पीढ़ी के पहलवानों ने अखाड़ा राेशन किया, रोमांचक मुकाबलों में दमखम दिखा
मेडिकेंट हॉस्पिटल में इलाज में लापरवाही से महिला की हुई मौत
दुष्कर्मी सौतेले बाप को आजीवन कारावास,20 हजार रुपए का अर्थदंड
मुरादाबाद रेल मंडल में संचालित 10 ट्रेनों का हाेगा विभिन्न स्टेशनों पर अतिरिक्त ठहराव