सवाई माधोपुर के परिधीय क्षेत्रों में जंगली जानवरों की आमद थमने का नाम नहीं ले रही है। बाघ, तेंदुए, भालू हर रोज जंगल से बाहर निकल रहे हैं। त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग और रणथंभौर किले में बाघों की चहलकदमी देखी जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में तेंदुए और भालू देखे जा रहे हैं। इसी कड़ी में बालेर रेंज के बाजोली गांव में भालू लगातार चहलकदमी करते नजर आ रहे हैं। पिछले कई दिनों से भालू हर रात आबादी वाले इलाकों में घुस रहे हैं। ग्रामीणों के घरों को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
लोगों में दहशत का माहौल
जानकारी के अनुसार शुक्रवार रात को भी भालू घरों में घुस आया। लोग डरे हुए हैं। गांव में दहशत का माहौल है। वन विभाग भालू की गतिविधियों पर नजर नहीं रख रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि सुबह के समय भालू जंगल की ओर जाता दिखाई दे रहा है। 15 मई की रात को पैंथर गांव में बने बाड़े में घुस आया और हंसराज गुर्जर के शावक को मार डाला। इससे पहले 10 मई को ग्रामीणों ने वन विभाग को शिकायत की थी। लेकिन विभाग ने गांव में सिर्फ पिंजरा लगाकर संतोष कर लिया। इससे ग्रामीणों में रोष है। लोगों ने वन विभाग से रेस्क्यू टीम बुलाकर भालू को पकड़ने की मांग की है।
हाल ही में बाजोली बीट-75 के बनास नदी क्षेत्र में भी अवैध शिकार का मामला सामने आया था। इसके बाद क्षेत्रीय वन अधिकारी ने बाजोली बीट के वनपाल को गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए थे। लेकिन भालू की गतिविधियों पर नजर नहीं रखी जा रही है। इससे गश्त पर भी सवाल उठ रहे हैं। विभागीय वनपाल व अन्य कार्मिक गश्त के नाम पर कागजी कार्रवाई कर रहे हैं। जिससे लोगों में रोष है।
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