Glenn Maxwell (Photo Source: Getty)
पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने में ग्लेन मैक्सवेल के बल्ले से हालिया फॉर्म की जमकर आलोचना की। उन्होंने उनको ट्रोल करने के लिए हैली कॉमेट वर्ड का इस्तेमाल किया। पंजाब किंग्स के ऑलराउंडर 5 अप्रैल को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ अपनी टीम के मुकाबले में एक बार फिर प्रभावशाली पारी खेलने में विफल रहे।
संजय मांजरेकर ने हैली कॉमेट- जो 75 साल में एक बार दिखाई देता है- और ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर के बीच समानता बताई। हैली कॉमेट जैसे 75 साल में एक बार दिखाई देता है, वैसे ही मैक्सवेल 75 मैचों में एक बार ही अच्छी पारी खेल पाते हैं। ग्लेन मैक्सवेल का बल्ले से फॉर्म आईपीएल 2024 से ही एक मुद्दा रहा है, जिसके कारण 36 वर्षीय खिलाड़ी को 2025 की मेगा ऑक्शन से पहले उनकी पूर्व फ्रेंचाइजी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु द्वारा रिलीज कर दिया गया था।
संजय मांजरेकर ने किया ग्लेन मैक्सवेल को ट्रोलइस साल भी, मैक्सवेल अपनी नई टीम पंजाब किंग्स के लिए अच्छा प्रदर्शन करने में विफल रहे हैं, इस सीजन में टीम के साथ अपने तीन मैचों में उन्होंने सिर्फ 37 रन बनाए हैं, जिसमें शनिवार को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ़ उनके हालिया मुक़ाबले में 30 रन की पारी भी शामिल है।
जियो हॉटस्टार से बात करते हुए मांजरेकर ने आईपीएल में मैक्सवेल की बल्लेबाजी की सफलता को हैली के धूमकेतु की तरह दुर्लभ बताया। उनका मानना है कि पीबीकेएस बल्लेबाज बल्ले से रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहा है।
मांजरेकर ने कहा कि, “हैली का धूमकेतु सूर्य की परिक्रमा करता है और पृथ्वी से हर 75 साल में एक बार दिखाई देता है। ठीक उसी तरह, ग्लेन मैक्सवेल 75 मैचों में से एक अच्छा मैच खेलते हैं। इसे आखिरी बार 1986 में देखा गया था, और अब इसे 2061 में देखा जाएगा। बल्लेबाजी में मैक्सवेल के साथ भी यही स्थिति है। ग्लेन मैक्सवेल क्रिकेट के हैली धूमकेतु हैं।”
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