नई दिल्ली: कर्ज में डूबी टेलीकॉम कंपनी Vodafone Idea Ltd के शेयर मंगलवार को मार्केट में निवेशकों की रडार पर रहने वाले हैं. दरअसल, कंपनी के शेयरों पर नज़र रखने वाले एक्सपर्ट्स कंपनी की भविष्य की संभावनाओं को लेकर आशावादी है, जिसके बाद स्टॉक में हलचल देखने को मिल सकती है. हालांकि सुबह के कारोबार के दौरान तो स्टॉक में कोई रफ्तार देखने को नहीं मिल रही है, लेकिन आने वाले समय में तेज़ी की उम्मीद है.
ब्रोकरेज की रेटिंगग्लोबल ब्रोकरेज फर्म CLSA ने वोडाफोन आइडिया के स्टॉक पर 'आउटपरफॉर्मिंग' रेटिंग दी है. इसके लिए ब्रोकरेज ने स्टॉक पर 8 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है. यह टारगेट प्राइस सोमवार को बंद भाव से 14 प्रतिशत की संभावित बढ़त को दर्शाता है.
सीएलएसए के अनुसार, वोडाफोन आइडिया ने वित्तीय वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में किसी भी अन्य तिमाही की तुलना में अधिक पैसा खर्च किया है, जब से कंपनी विलय के माध्यम से बनी है. यह सुधार और विकास पर अब तक का सबसे अधिक तिमाही खर्च है. कंपनी ने आने वाले वर्षों में कुल 50,000 से 55,000 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना की भी घोषणा की है.
वोडाफोन आइडिया के पास अब कुल 4.94 लाख ब्रॉडबैंड टावर या साइटें हैं जो इंटरनेट सेवाएँ प्रदान करती हैं. कंपनी अगस्त 2025 तक 17 सर्किलों (इलाकों) में 5G सेवाएँ शुरू करने की भी योजना बना रही है.
ब्रोकरेज फर्म सिटी ने वोडाफोन आइडिया पर 'बाय' की रेटिंग को बरकरार रखा है. हालांकि ब्रोकरेज ने स्टॉक पर अपने टारगेट प्राइस को घटाकर 10 रुपये कर दिया है.
चौथी तिमाही (Q4) में कंपनी का राजस्व पिछली तिमाही की तुलना में 1 प्रतिशत कम होकर 11,000 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो कि विश्लेषकों की अपेक्षा के अनुरूप ही था. हालांकि, कैश EBITDA 5 प्रतिशत घटकर 2,320 करोड़ रुपये रह गया, जो कि विशेषज्ञों द्वारा की गई भविष्यवाणी से 2 प्रतिशत कम था.
चौथी तिमाही (Q4) में कंपनी का नेट लॉस पिछली तिमाही के मुकाबले 6,600 करोड़ रुपये से बढ़कर 7,200 करोड़ रुपये हो गया. हालांकि, यह घाटा सिटी के अनुमान से थोड़ा बेहतर था, जिसने 7,300 करोड़ के घाटे की भविष्यवाणी की थी.
इसके अलावा, मोतीलाल ओसवाल ने स्टॉक पर 'सेल' यानी बेचने की सलाह को दोहराया है, जिसके लिए उन्होंने 6.5 रुपये तय कर रखा है. ब्रोकरेज ने कहा कि वोडाफोन आइडिया अभी भी अपने प्रतिस्पर्धियों के हाथों ग्राहक खो रही है. ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि कंपनी प्रति उपयोगकर्ता कम पैसे (ARPU) कमाती है, जिसका मुख्य कारण कम भुगतान करने वाले अधिक यूजर और सेवा छोड़ने वाले ग्राहकों की अधिक संख्या (सब्सक्राइबर चर्न) है.
वोडाफोन आइडिया पर नज़र रखने वाले 21 एक्सपर्ट्स में से 16 ने स्टॉक पर 'सेल' यानी बेचने की रेटिंग दी है, जबकि पांच ने 'बाय' की रेटिंग दी है.
गोल्डमैन सैक्स के पास हिस्सेदारीअप्रैल महीने में, गोल्डमैन सैक्स ने एक बल्क डील की मदद से कंपनी में लगभग 0.55 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल कर ली है, जो उनकी कंपनी में भरोसे को दिखाता है.
अस्वीकरण : इस लेख में निवेश विशेषज्ञों और ब्रोकिंग कंपनियों की तरफ से जानकारी दी गई है, वे इकोनॉमिक टाइम्स हिंदी का प्रतिनिधित्व नहीं करते. निवेश से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले आप सर्टिफाइड एक्सपर्ट से अवश्य सलाह लें.
ब्रोकरेज की रेटिंगग्लोबल ब्रोकरेज फर्म CLSA ने वोडाफोन आइडिया के स्टॉक पर 'आउटपरफॉर्मिंग' रेटिंग दी है. इसके लिए ब्रोकरेज ने स्टॉक पर 8 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है. यह टारगेट प्राइस सोमवार को बंद भाव से 14 प्रतिशत की संभावित बढ़त को दर्शाता है.
सीएलएसए के अनुसार, वोडाफोन आइडिया ने वित्तीय वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में किसी भी अन्य तिमाही की तुलना में अधिक पैसा खर्च किया है, जब से कंपनी विलय के माध्यम से बनी है. यह सुधार और विकास पर अब तक का सबसे अधिक तिमाही खर्च है. कंपनी ने आने वाले वर्षों में कुल 50,000 से 55,000 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना की भी घोषणा की है.
वोडाफोन आइडिया के पास अब कुल 4.94 लाख ब्रॉडबैंड टावर या साइटें हैं जो इंटरनेट सेवाएँ प्रदान करती हैं. कंपनी अगस्त 2025 तक 17 सर्किलों (इलाकों) में 5G सेवाएँ शुरू करने की भी योजना बना रही है.
ब्रोकरेज फर्म सिटी ने वोडाफोन आइडिया पर 'बाय' की रेटिंग को बरकरार रखा है. हालांकि ब्रोकरेज ने स्टॉक पर अपने टारगेट प्राइस को घटाकर 10 रुपये कर दिया है.
चौथी तिमाही (Q4) में कंपनी का राजस्व पिछली तिमाही की तुलना में 1 प्रतिशत कम होकर 11,000 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो कि विश्लेषकों की अपेक्षा के अनुरूप ही था. हालांकि, कैश EBITDA 5 प्रतिशत घटकर 2,320 करोड़ रुपये रह गया, जो कि विशेषज्ञों द्वारा की गई भविष्यवाणी से 2 प्रतिशत कम था.
चौथी तिमाही (Q4) में कंपनी का नेट लॉस पिछली तिमाही के मुकाबले 6,600 करोड़ रुपये से बढ़कर 7,200 करोड़ रुपये हो गया. हालांकि, यह घाटा सिटी के अनुमान से थोड़ा बेहतर था, जिसने 7,300 करोड़ के घाटे की भविष्यवाणी की थी.
इसके अलावा, मोतीलाल ओसवाल ने स्टॉक पर 'सेल' यानी बेचने की सलाह को दोहराया है, जिसके लिए उन्होंने 6.5 रुपये तय कर रखा है. ब्रोकरेज ने कहा कि वोडाफोन आइडिया अभी भी अपने प्रतिस्पर्धियों के हाथों ग्राहक खो रही है. ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि कंपनी प्रति उपयोगकर्ता कम पैसे (ARPU) कमाती है, जिसका मुख्य कारण कम भुगतान करने वाले अधिक यूजर और सेवा छोड़ने वाले ग्राहकों की अधिक संख्या (सब्सक्राइबर चर्न) है.
वोडाफोन आइडिया पर नज़र रखने वाले 21 एक्सपर्ट्स में से 16 ने स्टॉक पर 'सेल' यानी बेचने की रेटिंग दी है, जबकि पांच ने 'बाय' की रेटिंग दी है.
गोल्डमैन सैक्स के पास हिस्सेदारीअप्रैल महीने में, गोल्डमैन सैक्स ने एक बल्क डील की मदद से कंपनी में लगभग 0.55 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल कर ली है, जो उनकी कंपनी में भरोसे को दिखाता है.
अस्वीकरण : इस लेख में निवेश विशेषज्ञों और ब्रोकिंग कंपनियों की तरफ से जानकारी दी गई है, वे इकोनॉमिक टाइम्स हिंदी का प्रतिनिधित्व नहीं करते. निवेश से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले आप सर्टिफाइड एक्सपर्ट से अवश्य सलाह लें.
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