मुंबई, 18 मई . मुंबई के मलाड स्थित एरंगल गांव में अवैध निर्माण को लेकर बीएमसी (बृहन्मुंबई नगर निगम) की पी-नॉर्थ वार्ड ने अभिनेता और भाजपा नेता मिथुन चक्रवर्ती को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
यह नोटिस 10 मई को जारी हुआ था, जिसमें मुंबई महानगरपालिका अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत अवैध निर्माण का हवाला दिया गया है.
बीएमसी का आरोप है कि बिना अनुमति के ग्राउंड-प्लस-मेजनाइन फ्लोर वाले दो स्ट्रक्चर, एक ग्राउंड फ्लोर का ढांचा और तीन अस्थायी यूनिट्स बनाई गई हैं. इन यूनिट्स में ईंट, लकड़ी की पट्टियां, कांच की दीवारें और एसी शीट्स की छतें इस्तेमाल की गई हैं, जो नियमों का उल्लंघन है.
बीएमसी ने चेतावनी दी है कि अगर संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो धारा 475 ए के तहत कानूनी और ढांचा तोड़ने की कार्रवाई की जाएगी.
बीएमसी से नोटिस मिलने के बाद अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने प्रतिक्रिया दी और कहा, “मैंने कोई अवैध निर्माण नहीं करवाया. कई लोगों को नोटिस भेजे गए हैं और हम अपना जवाब भेज रहे हैं.”
वहीं, मामले में सामाजिक कार्यकर्ता नदीम शेख ने सवाल उठाया है कि जब हाल ही में 24 अवैध ढांचों को तोड़ा गया, तो मिथुन चक्रवर्ती के निर्माण को क्यों छोड़ दिया गया?
बीएमसी का कहना है कि मई के अंत तक एरंगल और आसपास के इलाकों में कुल 101 अवैध संरचनाएं ध्वस्त की जाएंगी.
यह पहला मौका नहीं है जब मिथुन चक्रवर्ती को इस तरह का नोटिस मिला है. साल 2011 में भी बीएमसी ने उनके खिलाफ ऐसा ही नोटिस जारी किया था.
मुंबई में कई दिनों से अवैध निर्माण को लेकर बीएमसी की कार्रवाई चल रही है.
बता दें, अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती के पास कई आलीशान बंगले, होटल और जमीनें हैं. मुंबई और कलकत्ता के अलावा उनके पास ऊटी में भी एक आलीशान फार्महाउस है.
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एमटी/एएस
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