पटना, 20 मई . प्रशांत किशोर ने मंगलवार को लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जन्मस्थली सिताबदियारा से ‘बिहार बदलाव यात्रा’ की शुरुआत की.
जन सुराज अभियान के बैनर तले यह यात्रा बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों को अगले 120 दिनों में कवर करने का लक्ष्य रखती है, ताकि लोगों से सीधा संपर्क स्थापित किया जाए और राज्य में व्यवस्थित बदलाव के लिए समर्थन जुटाया जाए.
यात्रा शुरू करने से पहले किशोर ने सारण जिले के शहीद मोहम्मद इम्तियाज को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने सीमा पर अपनी जान गंवाई थी. उन्होंने अभियान का फोकस जमीनी स्तर पर संपर्क और सार्वजनिक सेवा के प्रति सम्मान पर रेखांकित किया.
सिताबदियारा में प्रशांत किशोर ने जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उनके पैतृक घर का दौरा किया तथा उसकी उपेक्षित स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की.
उन्होंने कहा कि जेपी के नाम पर उनके तथाकथित अनुयायी अपने घरों में एसी चलाते हैं, जबकि सिताबदियारा स्थित उनके घर पर अंधेरा छाया रहता है. यदि यहां बिजली बहाल करने के लिए दान की जरूरत पड़ी, तो हम इसके लिए भी तैयार हैं.
जेपी के जन्मस्थली को प्रेरणा का प्रतीक बताते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि जेपी के घर की वर्तमान स्थिति परिवर्तन के उनके संकल्प को और मजबूत करती है.
उन्होंने कहा, “मैं यहां टूटा हुआ घर देखने नहीं आया हूं, बल्कि लोकनायक की विरासत से ताकत हासिल करने आया हूं. यह खस्ताहाल इस बात की याद दिलाता है कि बिहार को बदलाव की क्यों जरूरत है.”
बिहार बदलाव यात्रा को एक जन-संचालित आंदोलन के रूप में प्रस्तुत किया गया है, जिसका उद्देश्य शासन सुधार, विकास और जवाबदेही पर केंद्रित एक वैकल्पिक राजनीतिक मॉडल प्रस्तुत करना है.
जन सुराज के तहत पहले भी लंबी पदयात्राएं कर चुके प्रशांत किशोर ने दोहराया कि यह यात्रा चुनाव प्रचार के लिए नहीं, बल्कि बिहार के लिए एक नया दृष्टिकोण बनाने के लिए है. उन्होंने कहा कि यह सीटों के लिए अभियान नहीं है. यह लोगों को जगाने और नए बिहार के लिए आधार तैयार करने का मिशन है.
अगले चार महीनों में किशोर और उनकी टीम सार्वजनिक संवाद, टाउन हॉल और स्थानीय स्तर की बैठकों में शामिल होकर 2025 के बिहार विधानसभा चुनावों में जन सुराज को एक विश्वसनीय विकल्प के रूप में पेश करेगी.
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पीएसके/डीएससी
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