चंडीगढ़, 18 अगस्त . पंजाब सरकार ने अपने मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल करते हुए जिम्मेदारियों में बदलाव किया है. इस बदलाव में कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ से बिजली विभाग वापस ले लिया गया है और यह विभाग अब कैबिनेट मंत्री संजीव अरोड़ा को सौंपा गया है.
अब संजीव अरोड़ा के पास कुल तीन विभाग हो गए हैं. यह फैसला State government के आंतरिक प्रशासनिक संतुलन को बनाए रखने और विभागों की कार्यक्षमता को बेहतर बनाने के उद्देश्य से लिया गया है.
वहीं, हरभजन सिंह ईटीओ के पास अब केवल लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) की जिम्मेदारी रह गई है. इससे पहले वे बिजली मंत्रालय की भी जिम्मेदारी संभाल रहे थे.
हरभजन सिंह ईटीओ जंडियाला विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. वे 2012 में आबकारी एवं कराधान अधिकारी (ईटीओ) बने, लेकिन 2017 में उन्होंने ईटीओ के पद से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली और 2017 में जंडियाला निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा.
उन्होंने 2017 में 33,912 वोट हासिल किए और पंजाब के माझा क्षेत्र में सबसे ज्यादा वोट पाने वालों में से एक थे.
उन्होंने 2022 में भी उसी निर्वाचन क्षेत्र से कार्यकारी अध्यक्ष और मौजूदा विधायक सुखविंदर सिंह डैनी बंदाला को लगभग 25,000 से ज्यादा मतों के अंतर से हराया.
दूसरी तरफ, संजीव अरोड़ा आम आदमी पार्टी (आप) के नेता हैं.
अरोड़ा का मुख्य व्यवसाय निर्यात उद्योग रहा है, जो तीन दशकों से भी ज्यादा समय से रितेश इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अंतर्गत संचालित है और मुख्य रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका को निर्यात करता है.
संजीव अरोड़ा 2022 में लुधियाना के एक अनुभवी उद्योगपति से राज्यसभा सांसद बने, जो क्षेत्रीय विकास और सहकारी उद्योग प्रयासों के माध्यम से लोक कल्याण को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है.
फरवरी 2025 में, ‘आप’ ने अरोड़ा को लुधियाना पश्चिम विधानसभा उपचुनाव के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया, और उन्होंने 10,637 मतों के अंतर से जीत हासिल की.
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वीकेयू/एबीएम
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