लखनऊ, 7 अप्रैल . उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दूरदृष्टि और संवेदनशील नेतृत्व ने प्रदेश को स्वास्थ्य क्षेत्र में नई दिशा दी है. चाहे वह आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत स्वास्थ्य पहचान पत्र का वितरण हो या फिर टेली-मेडिसिन के जरिए ग्रामीण इलाकों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना. योगी सरकार हर स्तर पर स्वास्थ्य सेवा को आधुनिक और व्यापक बनाने के प्रयास में जुटी हुई है.
इसी क्रम में योगी सरकार की टेली-मानस परामर्श सेवा भी प्रदेशवासियों के लिए भरोसेमंद और सुलभ मानसिक स्वास्थ्य सेवा के रूप में उभर कर सामने आई है. योगी सरकार मानसिक स्वास्थ्य को लेकर काफी गंभीर है. इस कारण शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य परामर्श सेवाएं पहुंचाई जा रही हैं. इसी के तहत योगी सरकार ने अक्टूबर-22 में टेली मानस परामर्श सेवा शुरू की थी. अब तक इस सेवा का लाभ 3.45 लाख से अधिक लोग उठा चुके हैं.
एनएचएम की मिशन निदेशक डॉ. पिंकी जोवल ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मानसिक स्वास्थ्य को आज के दौर की सबसे अहम चुनौतियों में से एक मानते हैं. उनका मानना है कि इससे निपटने के लिए समय पर परामर्श और सहायता बेहद जरूरी है. इसी सोच के साथ टेली-मानस सेवा को शुरू किया गया. वर्तमान में सेवा को प्रदेश के दूरदराज इलाकों तक विस्तार देने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.
मिशन निदेशक ने बताया कि सेवा की सबसे बड़ी खासियत इसकी 24 घंटे उपलब्धता है, जिसके माध्यम से प्रदेश भर में मानसिक स्वास्थ्य से जूझ रहे लोग प्रशिक्षित सलाहकारों से नि:शुल्क और गोपनीय सलाह ले रहे हैं. वर्तमान में प्रदेश भर में 64 प्रशिक्षित मानसिक स्वास्थ्य परामर्शदाता कार्यरत हैं, जो प्रतिदिन औसतन 525 कॉलर को सहायता प्रदान कर रहे हैं.
प्रदेश में 4 टेली मानस केंद्र सक्रिय हैं. इनमें मनोरोग विभाग बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर, मानसिक स्वास्थ्य संस्थान एवं अस्पताल आगरा, मानसिक अस्पताल बरेली और मानसिक अस्पताल वाराणसी शामिल हैं.
इन संस्थानों से जुड़े विशेषज्ञों के माध्यम से कॉलर को प्राथमिक परामर्श, समाधान और जरूरत पड़ने पर आगे की चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश टेली मानस सेवा को बड़े राज्यों की श्रेणी में तीसरा स्थान प्रदान किया है. यह पुरस्कार योगी सरकार की सबसे अधिक कॉल्स का प्रबंधन करने और सेवा की कुशलता को दर्शाता है.
मिशन निदेशक डॉ. पिंकी जोवल ने बताया कि 2024-25 में सलाहकारों को 2,13,779 कॉल प्राप्त हो चुके हैं, जबकि सेवा के शुरू होने से लेकर अब तक सलाहकारों को 3,45,783 कॉल प्राप्त हुए हैं. हर दिन औसतन 525 लोग सेवा का लाभ ले रहे हैं. योगी सरकार ने सेवा की पहुंच को और अधिक सुलभ बनाने के लिए दो टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 14416 और 18008914416 जारी किए हैं. कोई भी व्यक्ति मानसिक स्वास्थ्य संबंधी परामर्श के लिए इनमें से किसी भी नंबर पर कॉल कर विशेषज्ञों से सलाह प्राप्त कर सकता है. यह पूरी प्रक्रिया गोपनीय होती है, जिससे कॉलर को मानसिक रूप से सुरक्षित और सहज अनुभव होता है.
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एसके/एबीएम
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