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IGI Airport: दिल्ली वालों की आफत कम नहीं, हवाओं का रुख बदला तो इन्हें होने लगी परेशानी

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नई दिल्ली, (नवीन निश्चल): राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार से हवाओं का रुख बदला है। इसका सबसे ज्यादा असर दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI Airport) पर दिखा है। हवा का रुख बदलने से एयरपोर्ट पर विमानों के संचालन (Flight Operation) में फर्क पड़ेगा। मौसम विभाग से मिली रिपोर्ट के आधार पर दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने लोगों को इससे लेकर अलर्ट जारी किया है। 4 मई तक इसके चलते विमानों के आवागमन में फर्क पड़ सकता है। जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इसको लेकर सोशल मीडिया पर दिल्ली एयरपोर्ट की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है। क्या हुआ है बदलावदिल्ली एयरपोर्ट से हवा का रुख पछुवा (Western) से पुरवा (Eastern) होने की स्थिति में पिछले आने वाले दिनों की अपेक्षा ज्यादा समय लग सकता है। एयरलाइंस और एयरपोर्ट प्रशासन उड़ानें समय पर संचालित करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए रनवे पर विमानों के आवागमन के लिए विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं। जिससे उड़ानों के संचालन में कम से कम समय लगे। पिछले दिनों जब हवा का रुख पुरवा से पछुवा था तो विमानों के संचालन में सुगमता थी। AAI ने एयरलाइंस को दिया NOTAMएयरपोर्ट सूत्रों ने बताया कि हवाई यातायात नियंत्रक (ATC) लगातार मौसम पर नजर रख रहा है। रनवे पर विमानों के उतरने और उड़ान भरने के लिए सभी प्रकार के प्रबंध किए गए हैं। मौसम के बदलाव के कारण विमानों के संचालन में थोड़ा बदलाव किया गया है। जिससे उड़ानों के आवागमन में थोड़ा समय लग सकता है। हालांकि, यात्रियों को कम से कम परेशानी हो इसके लिए एयरपोर्ट प्रशासन और एयरलाइंस लगातार संपर्क में हैं। देरी से बचने के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) ने सभी एयरलाइंस को NOTAM (Notice to Airmen) जारी किया है। जिसमें उन्हें मौसम के बदलाव और संभावित देरी के बारे में सूचित किया गया है। जिससे एयरलाइंस अपने यात्रियों को समय पर जानकारी दे सकें। फ्लाइट की संख्या हो जाती है कमएयरपोर्ट सूत्रों ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि जब हवा का रुख बदलता है तो रनवे के इस्तेमाल करने का तरीका भी बदल जाता है। जिससे एक निश्चित समय में लोड होने वाली फ्लाइट की संख्या कम हो जाती है। जिसकी वजह से उड़ानों के आवागमन में थोड़ा ज्यादा समय लगने लगता है। ऐसी स्थिति में जो फ्लाइटें ईस्टर्न साइड से ऑपरेट हो रही हैं, उन्हें रनवे के दूसरे छोर से उड़ान भरनी पड़ती है। जिसके चलते उन्हें टैक्सी वे से घूमकर रनवे तक पहुंचने में थोड़ा ज्यादा समय लग जाता है। यही वजह है कि उड़ानों में थोड़ी बहुत देरी होने की संभावना बनी रहती है। पुरवा हवा चलने से रनवे 9 और 11 प्रभावित होती हैंपुरवा हवा चलने की स्थिति में रनवे 9 और 11 प्रभावित होते हैं। जिसके चलते इन रनवे पर विमानों का आवागमन धीमी गति से होता है। दिल्ली एयरपोर्ट पर 13 रनवे हैं। इनके साथ ही 42 पार्किंग स्टैंड और 32 टैक्सी वे की भी व्यवस्था है। जिससे उड़ानों का संचालन सुचारू रूप से हो सके। हालांकि, मौसम में बदलाव एक ऐसी अप्रत्याशित स्थिति है जिस पर किसी का नियंत्रण नहीं है। ऐसे में एयरपोर्ट प्रशासन और एयरलाइंस यात्रियों से सहयोग और धैर्य बनाए रखने की अपील कर रहे हैं ताकि किसी भी प्रकार की असुविधा से बचा जा सके।
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