नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक प्राची कुमावत लंच बॉक्स खोलते हुए अचानक बेहोशी में जमीन पर गिर पड़ी। टीचर प्राची को उठाकर तुरंत पास के डॉक्टर के पास पहुंचे। जहां उसे प्राथमिक इलाज देकर अस्पताल में रेफर कर दिया गया। मगर दुर्भाग्यवश उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
रिपोर्ट के मुताबिक प्राची के परिजनों ने बताया कि उसको कुछ दिन से सर्दी-जुकाम था। मगर यह आम समस्या के बाद उसकी जान चली जाएगी। इसका कोई सोच भी नहीं सकता था। इसे देखकर यह सवाल जरूर उठता है कि क्या सर्दी जुकाम दिल की खराबी का लक्षण हो सकते हैं? बच्चों में कार्डियक अरेस्ट या हार्ट अटैक के 3 कारण हो सकते हैं।
सर्दी जुकाम हार्ट डिजीज का लक्षण?

एलर्जी या इंफेक्शन की वजह से सर्दी जुकाम हो सकता है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के मुताबिक ऐसी स्थिति में शरीर के अंदर क्रोनिक इंफ्लामेशन बढ़ जाती है। जिससे दिल पर अतिरिक्त बोझ पड़ता है और खतरनाक परिणाम देखने को मिल सकता है। यह कोरोनरी आर्टरी डिजीज को बनाकर हार्ट अटैक या स्ट्रोक का कारण भी बन सकता है। दूसरी तरफ जब दिल ढंग से पंप नहीं कर पाता है तो फेफड़ों में पानी भर सकता है, जिससे खांसी आ सकती है।
कॉन्जेनिटल हार्ट डिजीज
मेडिकल न्यूज टुडे के अनुसार बच्चों में हार्ट अटैक की वजह कॉन्जेनिटल हार्ट डिजीज बन सकती है। यह एक ग्रुप है, जिसमें दिल से जुड़े जन्मजात विकार आते हैं। ऐसे बच्चों को भविष्य में हार्ट अटैक या ब्लॉकेज होने का खतरा काफी होता है। इसका एक उदाहरण एनोमालॉस ऑरिजन ऑफ द लेफ्ट कोरोनरी आर्टरी है।
एक्यूआयर्ड हार्ट डिजीज
ये हार्ट कंडीशन बच्चे में जन्म लेने के बाद विकसित होती हैं। इसमें रूमेटिक हार्ट डिजीज और कासॉकी डिजीज आते हैं। रूमेटिक हार्ट डिजीज में रूमेटिक फीवर आता है, जो ठीक ना होने पर दिल को नुकसान पहुंचाता है। कासॉकी डिजीज की वजह से एक्यूट इंफ्लामेशन दिल के फंक्शन को डैमेज कर सकती है।
चेस्ट ट्रॉमा
छाती में लगी चोट भी दिल को नुकसान पहुंचा सकती है। कई सारी रिसर्च बताती हैं कि चोट या एक्सीडेंट की वजह से बच्चों में हार्ट अटैक आ सकता है। इसलिए इसपर ध्यान जरूर दें।
हार्ट अटैक के आम लक्षण

- सीने में दर्द उठना
- सीने में चुभन का एहसास
- तेज पसीना आना
- सांस फूलना
- बाएं कंधे, हाथ में दर्द
- जी मिचलाना या उल्टी
- सिर घूमना या बेहोशी
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। एनबीटी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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