लखीसराय: 'जो लोग आए थे। सब लोगों को खाना- पीना खिलाया गया। ऐसा कुछ नहीं था। ये आपकी सोच है। हमारा क्षेत्र है। क्षेत्र में लोकसभा चुनाव के बाद हम नहीं आ पाए थे। कई अन्य कार्यक्रम में व्यस्त थे। इसलिए अपने क्षेत्र में घूम रहे हैं। जगह- जगह। जब भी मौका मिलता है। अलग- अलग प्रखंड में जाते हैं। लोगों की समस्या सुन रहे हैं। यहां भी लोगों ने बताई अपनी समस्या। जाके अधिकारियों से बातचीत करेंगे।' उपरोक्त सफाई मीडिया के सामने जेडीयू सांसद और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने दी है। उन्होंने दो टूक कह दिया है कि मीडिया की अपनी सोच है। वे क्षेत्र में आते हैं। लोगों से मिलते हैं। उनके लिए भोज का आयोजन हुआ। इसमें कौन सी बड़ी बात है।
ललन सिंह का मटन भोज
ध्यान रहे कि बिहार के लखीसराय जिले के सूर्यगढ़ा में केंद्रीय मंत्री ललन सिंह और बिहार सरकार के ग्रामीण मंत्री अशोक चौधरी कई योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करने पहुंचे थे। कार्यक्रम खत्म होने के बाद जो लोग इसमें शामिल होने आये थे उनके लिये भोजन की भी इंतजाम था। इस दावत में मटन भी शामिल था और खुद ललन सिंह ने लोगों से भोजन करके जाने की अपील की। चुनावी राज्य बिहार में सावन माह के बीच अब यह मटन पार्टी चर्चा का विषय बन गई है और इस पर सियासत भी छिड़ गई है। मटन पार्टी को लेकर ललन सिंह लालू परिवार के निशाने पर हैं। तेजस्वी यादव और उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने जेडीयू सांसद पर हमला बोला है।
मटन भोज पर तंज
रोहिणी आचार्य ने ललन सिंह के मटन भोज पर तंज कसते हुए एक्स पर पोस्ट कर कहा कि 'ढोंग रच-रच कर ढकोसले फैला, दूसरों के खान-पान में खोट निकालने वाले, कपटी और बड़े धूर्त हैं ये कान फूंकने वाले. कथनी करनी में अंतर इनके, हैं ये जहरीले मंत्र फूंकने वाले। ये धर्म का मर्म छिपाते हैं। अपना थूका ही चाट जाते हैं। हैं असल में ये दोहरे चरित्र वाले। उधर, नवरात्र और सावन के दौरान मांसाहार के सेवन को लेकर लगातार एनडीए के निशाने पर रहे तेजस्वी यादव ने 'मटन भोज' के आयोजन के लिए केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन पर पलटवार किया। तेजस्वी ने कहा कि वे हमें सनातन विरोधी कहते हैं। मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोतिहारी के अपने दौरे के दौरान ललन की तारीफों के पुल बांधेंगे।
अतीत में आयोजित पार्टी
यह व्यंग्यात्मक टिप्पणी विपक्षी नेताओं की ओर से अतीत में आयोजित मांसाहारी भोज को लेकर उठे विवादों के संदर्भ में मानी जा रही है। दो साल पहले राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की ओर से सावन के महीने में आयोजित 'मटन भोज' को एनडीए नेताओं ने कांग्रेस-राजद गठबंधन पर निशाना साधा था। इस भोज में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी शामिल हुए थे। पिछले साल तेजस्वी का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वह नवरात्रि के दौरान मछली खाते हुए दिखाई दिए थे। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने तेजस्वी पर हिंदुओं का अपमान करने का आरोप लगाया था।
गरमाई सियासत
ध्यान रहे कि राहुल गांधी की मटन पार्टी और तेजस्वी यादव के मछली खाने पर पीएम मोदी ने भी हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि इन्हें लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ करने में मज़ा आता है। यही नहीं, बीजेपी की तरफ से भी राहुल पर तंज करते हुए कहा गया था कि वह खुद को जनेऊधारी ब्राह्मण कहते हैं, लेकिन उन्होंने सावन के महीने में मटन खाकर हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। बिहार में इस साल के आखिर में चुनाव होने हैं। पहले ही वहां वोटर लिस्ट के रिवीजन को लेकर देशव्यापी घमासान मचा हुआ है और पिछले दिनों राहुल और तेजस्वी ने एक साथ आकर इसके खिलाफ पटना में विरोध प्रदर्शन किया था। अब ललन सिंह की मटन पार्टी ने सावन महीने में सियासत को गरमा दिया है।
ललन सिंह का मटन भोज
ध्यान रहे कि बिहार के लखीसराय जिले के सूर्यगढ़ा में केंद्रीय मंत्री ललन सिंह और बिहार सरकार के ग्रामीण मंत्री अशोक चौधरी कई योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करने पहुंचे थे। कार्यक्रम खत्म होने के बाद जो लोग इसमें शामिल होने आये थे उनके लिये भोजन की भी इंतजाम था। इस दावत में मटन भी शामिल था और खुद ललन सिंह ने लोगों से भोजन करके जाने की अपील की। चुनावी राज्य बिहार में सावन माह के बीच अब यह मटन पार्टी चर्चा का विषय बन गई है और इस पर सियासत भी छिड़ गई है। मटन पार्टी को लेकर ललन सिंह लालू परिवार के निशाने पर हैं। तेजस्वी यादव और उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने जेडीयू सांसद पर हमला बोला है।
मटन भोज पर तंज
रोहिणी आचार्य ने ललन सिंह के मटन भोज पर तंज कसते हुए एक्स पर पोस्ट कर कहा कि 'ढोंग रच-रच कर ढकोसले फैला, दूसरों के खान-पान में खोट निकालने वाले, कपटी और बड़े धूर्त हैं ये कान फूंकने वाले. कथनी करनी में अंतर इनके, हैं ये जहरीले मंत्र फूंकने वाले। ये धर्म का मर्म छिपाते हैं। अपना थूका ही चाट जाते हैं। हैं असल में ये दोहरे चरित्र वाले। उधर, नवरात्र और सावन के दौरान मांसाहार के सेवन को लेकर लगातार एनडीए के निशाने पर रहे तेजस्वी यादव ने 'मटन भोज' के आयोजन के लिए केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन पर पलटवार किया। तेजस्वी ने कहा कि वे हमें सनातन विरोधी कहते हैं। मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोतिहारी के अपने दौरे के दौरान ललन की तारीफों के पुल बांधेंगे।
अतीत में आयोजित पार्टी
यह व्यंग्यात्मक टिप्पणी विपक्षी नेताओं की ओर से अतीत में आयोजित मांसाहारी भोज को लेकर उठे विवादों के संदर्भ में मानी जा रही है। दो साल पहले राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की ओर से सावन के महीने में आयोजित 'मटन भोज' को एनडीए नेताओं ने कांग्रेस-राजद गठबंधन पर निशाना साधा था। इस भोज में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी शामिल हुए थे। पिछले साल तेजस्वी का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वह नवरात्रि के दौरान मछली खाते हुए दिखाई दिए थे। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने तेजस्वी पर हिंदुओं का अपमान करने का आरोप लगाया था।
गरमाई सियासत
ध्यान रहे कि राहुल गांधी की मटन पार्टी और तेजस्वी यादव के मछली खाने पर पीएम मोदी ने भी हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि इन्हें लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ करने में मज़ा आता है। यही नहीं, बीजेपी की तरफ से भी राहुल पर तंज करते हुए कहा गया था कि वह खुद को जनेऊधारी ब्राह्मण कहते हैं, लेकिन उन्होंने सावन के महीने में मटन खाकर हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। बिहार में इस साल के आखिर में चुनाव होने हैं। पहले ही वहां वोटर लिस्ट के रिवीजन को लेकर देशव्यापी घमासान मचा हुआ है और पिछले दिनों राहुल और तेजस्वी ने एक साथ आकर इसके खिलाफ पटना में विरोध प्रदर्शन किया था। अब ललन सिंह की मटन पार्टी ने सावन महीने में सियासत को गरमा दिया है।
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