सतना: नरवाई जलाने को लेकर प्रशासन एक्शन मोड में नजर आ रहा है। ऐसा करने वाले 30 किसानों के खिलाफ सतना में एफआईआर दर्ज की गई है। यह कार्रवाई चौकीदार की शिकायत पर हुई। कलेक्टर और जिला मजिस्ट्रेट सतीश कुमार एस ने नरवाई जलाने पर रोक लगाई थी। इसके बावजूद किसान खेतों में नरवाई जला रहे थे। इसलिए प्रशासन ने यह सख्त कदम उठाया है।सतना जिले में किसान फसल काटने के बाद खेतों में बची हुई पराली न जला दें इसे लेकर सख्ती दिखाई गई है। कलेक्टर सतीश कुमार एस ने नरवाई जलाने पर पूरी तरह से रोक लगा दी थी। लेकिन, कुछ किसान इस आदेश का पालन नहीं कर रहे थे। वे खुलेआम नरवाई जला रहे थे। इसलिए प्रशासन ने 30 किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। मौके पर जली मिली नरवाईरघुराजनगर (ग्रामीण) के अनुविभागीय अधिकारी एल आर जांगड़े ने मामले की जांच के लिए हल्का पटवारी शालिनी श्रीवास्तव और अंजना द्विवेदी को भेजा। उन्होंने मौके पर जाकर देखा। जांच में पता चला कि तूमिन गांव में बृजेश गर्ग, से लेकर बदी प्रसाद पांडेय और कई अन्य किसानों के खेतों में नरवाई जली हुई थी। इनके खिलाफ मामला दर्जएफआईआर में दर्ज प्रमुख नाम इस प्रकार हैं: तूमिन गांव के ब्रजेश गर्ग, विवेकानंद गर्ग, शैलेश गर्ग, कृष्ण कुमार मिश्र, बद्री प्रसाद पांडे, देवराज सिंह, द्वारिका अग्रवाल। भूमकहर गांव के मनीष गर्ग, शंकर प्रसाद, हिमांशु, राजकुमार, राकेश, उमेश, रामचंद्र और अन्य किसान भी शामिल हैं। इस नियम के तहत होगी कार्रवाईराजस्व विभाग ने इस मामले में रिपोर्ट दी है। रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने सभी आरोपी किसानों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इन किसानों पर भारतीय दंड संहिता और पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। आगे की जांच चल रही है।
You may also like
मुस्लिम समुदाय केंद्र से लंबे संघर्ष के लिए तैयार, वक्फ (संशोधन) अधिनियम की वापसी का आग्रह
Trace Cyrus ने Katy Perry पर साधा निशाना, सोशल मीडिया पर किया मजाक
पटना की युवती की शादी के बाद कतर में हुई हैरान करने वाली घटना
भारत में फांसी की प्रक्रिया: जल्लाद की अंतिम बातें और नियम
ईरा खान ने साझा किया यौन शोषण का दर्दनाक अनुभव