लेकिन शायद ये खबर सुन आप खुशी से पागल हो सकते हैं। CNN की खबर के मुताबिक, इटली अपनी खूबसूरत जगह पर बसने के लिए 92 लाख रुपए की पेशकश कर रहा है। जी हां, देश के 33 शहरों में कम हो रही जनसंख्या को फिर से पटरी पर लाने के लिए ये परियोजना लाई जा रही है। कहा जा रहा है, इसे आने वाले हफ्तों में अंतिम मंजूरी भी मिल जाएगी। चलिए आपको बताते हैं, कौन सी है वो जगह। (All Representative photo credit: unsplash.com)
इटली के उत्तरी प्रांत ट्रेंटिनो
खबरों के मुताबिक, इटली के उत्तरी प्रांत ट्रेंटिनो में यह ऑफर दिया जा रहा है। उन्होंने अपने गांवों में जनसंख्या में कमी से निपटने के लिए ये आकर्षक प्रस्ताव पेश किया है। बता दें, इस जगह को ऑटोनॉमस प्रोविंस ऑफ ट्रेंटो के नाम से भी जाना जाता है। अगर यहां वीरान पड़े घरों में रहने के लिए आप आते हैं, तो 92,69,800 रुपए दिए जाएंगे। वहां कोई जाता है, तो ग्रांट के तौर पर 74,20,880 रुपए घर की मरम्मत के लिए दिए जाएंगे, बाकि 18,55,220 रुपए घर खरीदने के लिए मिलेंगे।
92 लाख रुपए के प्रस्ताव” का अर्थ
92 लाख रुपए प्रस्ताव का मतलब है कि आपको इटली के ट्रेंटिनो क्षेत्र में बसने के लिए सरकार द्वारा आधिकारिक रूप से पैसे दिए जाएंगे। इसमें 92 लाख रुपए (100,000 यूरो) का पैकेज दिया जाएगा। ये पैसे घर की मरम्मत से लेकर घर खरीदने तक के लिए दिए जाएंगे। लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि आपको 92 लाख रुपए देने होंगे, बल्कि आपको ये राशि ग्रांट की जाएगी, अगर आप इस क्षेत्र में 10 साल तक रहते हैं या प्रॉपर्टी को किराए पर देते हैं, तो बसने के लिए 92 लाख रुपए का अनुदान मिलेगा ना कि आपको ये राशि चुकानी पड़ेगी।
क्या है शर्त?

CNN की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह योजना इटली के नागरिकों और विदेश में रहने वाले लोगों - दोनों के लिए खुली है। इसका मकसद है, लोग वहां शांति भरे गांवों में आकर बसें और वहां की जिंदगी का अनुभव लें। लेकिन इसमें एक जरूरी शर्त है-जिस भी घर को खरीदा जाएगा, उसमें कम से कम 10 साल तक रहना जरूरी है या उस अवधि के दौरान संपत्ति को किराए पर देना होगा। अगर कोई उससे पहले वहां से चला जाता है, तो उसे मिली हुई पूरी सरकारी सहायता (ग्रांट) वापस करनी पड़ेगी।
33 गावों को किया गया है शामिल
इस योजना में ट्रेंटिनो क्षेत्र के 33 गांवों को शामिल किया गया है, जो आबादी घटने की समस्या से जूझ रहे हैं। सरकार इन गांवों में फिर से रौनक लाने के लिए लोगों को पैसे देने जैसी आर्थिक मदद कर रही है। खूबसूरत नजारे, समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और शांत जीवनशैली वाले ये गांव, यकीनन अब उन लोगों और परिवारों को आकर्षित कर सकते हैं जो भीड़-भाड़ वाले शहरों से दूर एक नई और सुकूनभरी शुरुआत चाहते हैं।
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