दुनिया भर में मधुमेह रोगियों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। मधुमेह के बाद शरीर में कई बदलाव होने लगते हैं। इन परिवर्तनों को नज़रअंदाज़ करने से शरीर को नुकसान हो सकता है। मधुमेह होने के बाद रक्त शर्करा का स्तर तेजी से बढ़ने लगता है। इससे शरीर में कई लक्षण उत्पन्न होते हैं, जैसे लगातार चक्कर आना, खुजली, थकान, बार-बार पेशाब आना आदि। मधुमेह के बाद शुरुआती दिनों में दिखने वाले लक्षणों को नजरअंदाज न करते हुए तुरंत चिकित्सा उपचार लेना चाहिए। इसके अलावा आपको गलती से भी ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए जो रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ाते हैं। इसके अलावा खान-पान में भी परहेज का पालन करना जरूरी है।
मधुमेह के बाद अपने दैनिक आहार में हरी पत्तेदार सब्जियां शामिल करें। मेथी के बीज का पानी, करेला आदि जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन करें। इससे बढ़ा हुआ रक्त शर्करा स्तर नियंत्रण में रहेगा और कई स्वास्थ्य लाभ भी होंगे। आज हम आपको विस्तार से बताएंगे कि उच्च रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रण में रखने के लिए आपको अपने आहार में कौन से हरे जूस का सेवन करना चाहिए। आहार में इस जूस का सेवन करने से शरीर को कई लाभ मिलते हैं।
गोभी अदरक का रस:अदरक के रस के सूजनरोधी गुण शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करते हैं। इसलिए सुबह उठकर खाली पेट अदरक के जूस का सेवन करें। शरीर में मधुमेह को नियंत्रण में रखने में गोभी बहुत कारगर है। इसमें फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होते हैं। इसके अलावा अदरक का सेवन करने से शरीर में सूजन कम होती है और आराम मिलता है। गोभी अदरक का जूस बनाने के लिए सबसे पहले एक मिक्सर जार में बारीक कटी गोभी और अदरक का एक टुकड़ा डालकर ब्लेंड कर लें। फिर आवश्यकतानुसार पानी डालें और पुनः मिलाएँ। तैयार जूस को नियमित रूप से खाली पेट पीना चाहिए।
करेले का जूस:
मधुमेह से पीड़ित होने पर करेले का जूस पियें। करेले का जूस पीने से रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रण में रहता है। करेले का जूस तैयार करने के लिए सबसे पहले करेले को साफ करके उसके बीज निकाल दें। फिर फूलगोभी को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें और मिक्सर जार में डालकर आवश्यकतानुसार पानी डालकर बारीक पीस लें। फिर करेले के रस को छान लें, उसमें नींबू का रस मिलाएं और खाली पेट इसका सेवन करें। इस जूस का सेवन करने से शरीर में जमा विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिलेगी और इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी होंगे। करेले का जूस इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाकर रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
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