गुरु गोचर 2025: 14 जून 2025 को सुबह 12:07 बजे गुरु ग्रह मृगशिरा नक्षत्र से निकलकर आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। इस समय गुरु मिथुन राशि में स्थित रहेंगे। ज्योतिष में गुरु को ज्ञान, समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है, और उनका नक्षत्र परिवर्तन कई राशियों के लिए लाभकारी हो सकता है।
आर्द्रा नक्षत्र के स्वामी राहु हैं, जो परिवर्तन और ऊर्जा का प्रतीक हैं। गुरु का इस नक्षत्र में गोचर कुछ राशियों के लिए नई संभावनाएं और प्रगति के द्वार खोल सकता है। आइए जानते हैं कि यह गोचर किन राशियों के लिए शुभ रहेगा और इसका क्या प्रभाव होगा।
मेष राशि
मेष राशि के लिए गुरु का आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश तीसरे भाव पर प्रभाव डालेगा। यह गोचर आपके आत्मविश्वास और ऊर्जा को बढ़ाएगा। इस दौरान आपकी संवाद कौशल प्रभावशाली होगी, जिससे कार्यस्थल पर आपकी बात को महत्व मिलेगा। व्यापारियों के लिए नए संपर्क बनेंगे और छोटी यात्राओं से लाभ होगा। परिवार में भाई-बहनों के साथ संबंध मजबूत होंगे। छात्रों के लिए यह समय अध्ययन में ध्यान केंद्रित करने का रहेगा।
उपाय: गुरुवार को पीले कपड़े पहनें और केले का दान करें।
मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों के लिए यह गोचर पहले भाव में प्रभाव डालेगा। इस समय आपकी व्यक्तित्व चमकेगी और आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। नौकरी करने वालों को पदोन्नति या नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं। व्यापार में विस्तार की संभावनाएं बनेंगी। प्रेम जीवन में भी मिठास आएगी, लेकिन निर्णय लेते समय जल्दबाजी से बचें।
उपाय: गुरु को प्रसन्न करने के लिए रोज हल्दी की माला से ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः मंत्र का जाप करें।
कर्क राशि
कर्क राशि के लिए गुरु का गोचर 12वें भाव में होगा। यह समय विदेश यात्रा या विदेशी स्रोतों से लाभ के अवसर बनाएगा। आध्यात्मिक और धार्मिक गतिविधियों में रुचि बढ़ेगी। यदि आप किसी शोध या गहन अध्ययन में हैं, तो आपको सफलता मिलेगी। हालांकि, अनावश्यक खर्चों पर नियंत्रण रखें।
उपाय: किसी धार्मिक स्थान पर पीली वस्तुओं का दान करें।
कन्या राशि
कन्या राशि के लिए गुरु का यह गोचर दसवें भाव पर प्रभाव डालेगा। यह भाव करियर और सामाजिक स्थिति से संबंधित है। इस दौरान नौकरी में पदोन्नति, बॉस का समर्थन, और कार्यस्थल पर सम्मान बढ़ेगा। व्यापारियों के लिए नए प्रोजेक्ट्स शुरू करने का यह सबसे अच्छा समय है। सामाजिक गतिविधियों में भागीदारी से आपकी लोकप्रियता बढ़ेगी।
उपाय: गुरुवार को गुरु यंत्र की पूजा करें और केसर का तिलक लगाएं।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि वालों के लिए गुरु का गोचर आठवें भाव पर प्रभाव डालेगा। यह समय रहस्यमय और आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करने के लिए अनुकूल है। यदि आप शोध या गहन अध्ययन में हैं, तो आपको सफलता मिलेगी। पारिवारिक संपत्ति से लाभ के अवसर बनेंगे। स्वास्थ्य का ध्यान रखें और तनाव से बचें।
उपाय: गुरु के बीज मंत्रों का 108 बार जाप करें।
धनु राशि
धनु राशि के लिए इस गोचर का प्रभाव 7वें भाव पर होगा। यह आपकी विवाहित जीवन और साझेदारी के लिए शुभ रहेगा। इस दौरान विवाहित जीवन में मिठास आएगी। अविवाहित लोगों के लिए विवाह प्रस्ताव आ सकते हैं। व्यापार में साझेदारी से लाभ होगा। सामाजिक दायरा बढ़ेगा और नए लोगों से मुलाकात हो सकती है।
उपाय: गुरुवार को किसी गुरु या शिक्षक को कुछ भेंट करें।
मीन राशि
मीन राशि वालों के चौथे भाव पर इस गुरु के गोचर का प्रभाव होगा। यह समय परिवार में खुशी और मां की सेहत के लिए अच्छा रहेगा। संपत्ति खरीदने या घर के नवीनीकरण के लिए यह अनुकूल समय है। नौकरी में स्थिरता आएगी और कार्यस्थल पर सहकर्मियों का समर्थन मिलेगा।
उपाय: गुरु के लिए पीपल के पेड़ की पूजा करें।
नोट
नोट: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है और केवल सूचना के लिए प्रस्तुत की गई है।
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