इंटरनेट डेस्क। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि मेरी आलोचना के साथ सलाह भी होती है, समझने वाला समझता है, मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को विश्वास दिलाता हूं कि मेरा मानसिक संतुलन बिल्कुल नहीं बिगड़ा है।
मीडिया रिपोटर्स की माने तो गहलोत ने यह भी कहा कि बल्कि, महात्मा गांधी ने तो कहा था कि मैं सेवा करने के लिए 125 साल जिंदा रहना चाहता हूं, और मैं कह रहा हूं मैं कम से कम 100 साल जिंदा रहना चाहता हूं, ताकि राजस्थानवासियों की सेवा कर सकूं।
गहलोत ने आगे कहा, प्रदेश में अवैध खनन की बाढ़ आ गई है, मुख्यमंत्री को चाहिए कि शासन पर ध्यान दे,. सरकार की स्थिति अच्छी नहीं है, पेयजल संकट है, भयंकर भ्रष्टाचार हो रहा है, काम नहीं हो रहे, सरकार किस दिशा में जा रही है किसी को नहीं पता। ऐसे समय में मुख्यमंत्री और उनकी कैबिनेट, विधायक प्रशिक्षण शिविर के लिए गुजरात में हैं। वहीं सीएम शर्मा ने कहा था की अशोक गहलोत का मानसिक संतुलन खराब हो चुका है और इसके कारण ही उनकी ऐसी हालत है।
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