राष्ट्र सर्वोपरि के भाव के साथ काम कर रहे भाजपा कार्यकर्तालखनऊ, 07 अप्रैल . भारतीय जनता पार्टी के स्थापना दिवस के दूसरे दिन सोमवार को भी प्रदेश में बूथ स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किये गए. भाजपा प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने राजधानी लखनऊ के बक्शी का तालाब के चिनहट ग्रामीण मंडल के बूथ क्रमांक 299 पर आयोजित पार्टी के स्थापना दिवस कार्यक्रम को सम्बोधित किया.
इस अवसर पर धर्मपाल सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सिर्फ एक दल नहीं बल्कि एक विचार है. जो राष्ट्र की आराधना, मां भारती की साधना और सबके कल्याण की कामना के साथ काम करती है. भाजपा हर क्षेत्र, हर भाषा, हर संप्रदाय और हर देशवासी को जोड़कर आगे बढ़ रही हैं. भाजपा आज राष्ट्रहित की भी पार्टी है और क्षेत्रीय आकांक्षाओं की भी पार्टी है. धर्मपाल सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी अपने मूल्यों, सिद्धातों, नेतृत्व और कार्यकर्ताओं की वजह से आज दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है. हमारे पास 18 करोड़ से ज्यादा समर्पित कार्यकर्ता है. देश की आबादी में 13 फीसदी से ज्यादा लोग हमारे सदस्य हैं. देश के 21 राज्यों में हमारी या हमारे गठबंधन की सरकार है. भारतीय जनता पार्टी आज जिस मुकाम पर खड़ी है उसमें असंख्य कार्यकर्ताओं का संघर्ष, हमारे नेताओं का बलिदान, त्याग और समर्पण शामिल है.उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के तत्कालीन सरसंघचालक श्रद्धेय गुरु जी से मिलने के बाद डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने पंडित दीन दयाल उपाध्याय व प्रोफेसर बलराज मधोक के साथ मिलकर 21 अक्टूबर 1951 को दिल्ली में भारतीय जनसंघ की स्थापना की. देश आजादी के बाद भी ब्रिटिश औपनिवेशिक मानसिकता पर चल रहा था. ऐसे में पंडित दीन दयाल उपाध्याय जी ने कहा कि पूंजीवाद हो या समाजवाद दोनों ही भारतीय भूमि की उपज नहीं हैं. हमारी संस्कृति से मेल नहीं खाते. दीन दयाल जी ने कहा कि हमें विवाद या संघर्ष नहीं समन्वय का रास्ता चुनना है. जहां व्यक्ति का व्यक्ति से संघर्ष ना हो बल्कि एकात्मता का भाव हो. पंडित दीनदयाल जी के इसी एकात्म मानववाद और अंत्योदय को लेकर भारतीय जनसंघ की यात्रा शुरू हुई और आज भाजपा रूपी विशाल वृक्ष के रूप में हमारे और आप सबके सामने खड़ी है.
धर्मपाल सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के खिलाफ देश को राष्ट्रवादी राजनीति का विकल्प देने के लिए 6 अप्रैल 1980 को दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान में भारतीय जनता पार्टी की स्थापना हुई. अटल बिहारी वाजपेयी जी इसके पहले अध्यक्ष बने. 6 अप्रैल 1980 को भाजपा के गठन के बाद पार्टी का पहला अधिवेशन दिसंबर 1980 को मुंबई में हुआ. धर्मपाल सिंह ने कहा कि भाजपा अपने कार्यकर्ताओं के त्याग, तपस्या से बनी हुई है. भाजपा ज़मीन पर काम करके आगे बढ़ी है. भाजपा गांव में, खेत खलिहानों में गरीबों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर तपकर के आगे बढ़ी है. उन्होंने कहा कि तपेगा जो, गलेगा वो, गलेगा जो ढलेगा वो, ढलेगा जो बनेगा वो के मूलमंत्र पर चलते हुए भाजपा कार्यकर्ता राष्ट्र सर्वोपरि के भाव के साथ काम कर रहे हैं.
/ बृजनंदन
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