भाेपाल, 2 सितंबर (Udaipur Kiran) । राष्ट्रकवि श्रीकृष्ण सरल की आज (मंगलवार काे) पुण्यतिथि है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डाॅ. माेहन यादव ने उन्हें स्मरण करते हुए विनम्र श्रद्धासुमन अर्पित किये है।
मुख्यमंत्री डाॅ. यादव ने साेशल मीडिया पर अपने संदेश में कहा मध्यप्रदेश के गौरव, सुप्रसिद्ध साहित्यकार श्रीकृष्ण सरल जी की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। आपने अमूल्य कृतियों से न केवल साहित्य जगत को समृद्ध किया, बल्कि स्वतंत्रता आंदोलन को भी नई ऊर्जा और गति प्रदान की। आपका संपूर्ण जीवन सदैव प्रेरणास्रोत रहेगा।
उल्लेखनीय है कि श्रीकृष्ण ‘सरल’ का जन्म 1 जनवरी 1919 को मध्य प्रदेश के गुना जिले के अशोकनगर में हुआ था। उनके पिता का नाम
पं. भगवती प्रसाद बिरथरे और माता का नाम यमुनादेवी था। श्री सरल के पूर्वज स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे, उन्होंने अंग्रेजों के विरुद्ध लड़ते हुए बलिदान दिया था। सरलजी जब 5 वर्ष के थे, तभी उनकी माता का देहांत हो गया था। आपने लगभग 10 वर्ष की उम्र में काव्य लेखन प्रारंभ कर दिया था। आपकी रुचि राष्ट्रीय लेखन एवं क्रांतिकारियों के जीवन में रही।
श्री सरल द्वारा रचित क्रांतिकारी साहित्य की अनूठी बेजोड़ कृतियां एक देशभक्त की राष्ट्र अर्चना कही जा सकती हैं। जीवित शहीद’ की उपाधि से सम्मानित श्री सरल को सच्ची श्रद्धाञ्जलि यही होगी कि ऐसे प्रयास किए जाएं ताकि उनका कार्य जन-जन तक पहुंचे। श्री सरल ने राजर्षि पुरुषोत्तमदास टण्डन के कहने पर युवाओं को संदेश देने के उद्देश्य से क्रांतिकारियों के जीवन पर महाकाव्य का लेखन शुरू किया। भगतसिंह पर जब महाकाव्य लिखा तो भगतसिंह की माता विद्यावती देवी ने उन्हें चन्द्रशेखर पर भी महाकाव्य लिखने को कहा। इन काव्यों के सृजन में प्रामाणिकता लाने के उद्देश्य से उन्होंने पूरा जीवन यायावरी में बिताया।
सुभाष चन्द्र बोस पर महाकाव्य लिखने से पूर्व उन्होंने 10 देशों की यात्रा कर दुर्लभ संस्मरण एवं छायाचित्र एकत्रित किए, जो भारतीय इतिहास के अनूठे दस्तावेज हैं। 15 महाकाव्यों का लेखन करने वाले इस महान कवि ने अपने निजी व्यय से 125 पुस्तकें, 45 काव्य ग्रंथ, 4 खंड काव्य, 31 काव्य संकलन व 8 उपन्यासों का प्रकाशन किया। 2 सितम्बर 2000 को आपका निधन हो गया।
—————
(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे
You may also like
मां को गाली देने पर भड़के PM मोदी, RJD ने दिया ये चौंकाने वाला जवाब!
राहुल गांधी देश और प्रधानमंत्री से माफी मांगे : सारंग
ट्रिपल आईटी और चेक गणराज्य संस्थानों के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर
बुढ़वा मंगल पर सकंट माेचन हनुमान मंदिरों में उमड़ी भक्तों की भीड़
राहुल गांधी के हाइड्रोजन बम वाले बयान का असर काशी में भी दिखेगा: अजय राय