वॉशिंगटन, 09 अगस्त (Udaipur Kiran) । लगभग पांच महीने तक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर वैज्ञानिक शोध करने के बाद चार सदस्यीय अंतरराष्ट्रीय दल शनिवार, 9 अगस्त को सफलतापूर्वक पृथ्वी पर लौट आया। यह वापसी स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल के माध्यम से कैलिफोर्निया तट के पास समुद्र में उतरने के साथ हुई।
इस दल में अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री ऐन मैकलेन और निकोल एयर्स, जापान के ताकुया ओनिशी और रूसी कॉस्मोनॉट किरील पेस्कोव शामिल रहे। यह नासा के कमर्शियल क्रू प्रोग्राम के तहत आईएसएस के लिए 10वें दल परिवर्तन मिशन का समापन था, जिसे स्पेस शटल युग के बाद निजी कंपनियों के साथ साझेदारी में आगे बढ़ाया जा रहा है।
ड्रैगन कैप्सूल 08 अगस्त को 2215 जीएमटी (भारत समयानुसार 9 अगस्त सुबह 6:15 बजे) पर आईएसएस से अलग हुआ और लगभग 17 घंटे की यात्रा के बाद पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश किया। विशाल पैराशूट के सहारे इसकी गति को नियंत्रित किया गया और समुद्र में उतरने के बाद स्पेसएक्स के जहाज ने इसे बरामद कर लिया।
‘क्रू-10’ नामक इस टीम ने अंतरिक्ष में पौधों की वृद्धि और गुरुत्वाकर्षण में कोशिकाओं की प्रतिक्रिया जैसे कई वैज्ञानिक प्रयोग किए। उनका मिशन मार्च में शुरू हुआ था, जिससे पहले से आईएसएस पर फंसे दो अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री अपने देश लौट सके।
उल्लेखनीय है कि जून 2024 में बोइंग स्टारलाइनर के पहले मानवयुक्त परीक्षण उड़ान पर गए बट्च विलमोर और सुनीता विलियम्स केवल आठ दिन के मिशन पर थे, लेकिन तकनीकी खामियों के कारण वे नौ महीने तक आईएसएस पर ही फंसे रहे। हाल ही में नासा ने घोषणा की कि 25 वर्षों की सेवा के बाद बट्च विलमोर ने सेवानिवृत्ति का निर्णय लिया है।
इसी सप्ताह अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री जीना कार्डमैन और माइक फिन्के, जापान के किमिया युई और रूसी कॉस्मोनॉट ओलेग प्लेटोनोव एक नए छह महीने के मिशन के लिए आईएसएस पहुंचे हैं।
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(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय
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