जम्मू, 6 मई . 108 स्वामी चिदानंद सरस्वती जी की चौथी पुण्यतिथि मंगलवार को जम्मू के बहू फोर्ट के पवित्र परिसर में स्थित हर की पौड़ी मंदिर परिसर में श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाई गई. यह स्मृति समारोह 108 स्वामी महादेव सरस्वती जी के आध्यात्मिक नेतृत्व में आयोजित किया गया. स्वामी चिदानंद सरस्वती जी ने 6 मई, 2021 को महासमाधि प्राप्त की थी. उसी दिन 108 स्वामी महादेव सरस्वती जी को हर की पौड़ी और मंदिर परिसर के गद्दी-नशीन के रूप में अभिषेक किया गया था. तब से हर की पौड़ी और आसपास के बाग-ए-बहू मंदिर परिसर में सभी विकास कार्य उनकी देखरेख में किए गए हैं.
वर्तमान में भीमा-शंकर मंदिर, यज्ञशाला का निर्माण और मौजूदा मंदिरों के सौंदर्यीकरण सहित प्रमुख विकास परियोजनाएं चल रही हैं. गायों की देखभाल के लिए मंदिर परिसर के पास एक गौशाला भी स्थापित की गई है. सभा को संबोधित करते हुए 108 स्वामी महादेव सरस्वती जी ने कहा कि स्वामी चिदानंद सरस्वती जी के निधन के तुरंत बाद निर्माण और विकास कार्य शुरू हुआ और आज भी जारी है. उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि मंदिर परिसर के आध्यात्मिक और बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए कई नई परियोजनाएं प्रगति पर हैं और भविष्य में और भी योजनाएं बनाई जा रही हैं.
जम्मू नगर निगम के पूर्व मेयर चंद्र मोहन गुप्ता ने भी श्रद्धालुओं को संबोधित किया और याद दिलाया कि चल रही कुछ परियोजनाएं उनके कार्यकाल के दौरान शुरू की गई थीं. उन्होंने हर की पौड़ी में विकास गतिविधियों के लिए अपना निरंतर समर्थन व्यक्त किया. बाहु फोर्ट के पूर्व पार्षद शाम लाल बस्सन ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर की अर्थव्यवस्था के लिए पर्यटन के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने हर की पौड़ी के निरंतर विकास के कारण क्षेत्र में आने वाले पर्यटकों की बढ़ती संख्या पर ध्यान दिया और इसके विकास में योगदान देने वाले सभी लोगों को धन्यवाद दिया.
/ राहुल शर्मा