धमतरी, 29 अप्रैल . जिले के अस्पताल, स्कूलों और कालेजों के आसपास नशे की सामग्रियांं की बिक्री पर अब प्रभावी रोक लगेगी. ऐसा करने वाले दुकानदारों या ठेला संचालकों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. साथ ही जिले में नशीले पदार्थों के अवैध कारोबार को रोकने के लिए छापेमार कार्रवाई भी होगी. कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने इसके लिए सख्त निर्देश अधिकारियों को दिए हैं.
कलेक्टर ने 28 अप्रैल को नशामुक्त भारत अभियान के तहत जिला स्तरीय समिति की बैठक में यह निर्देश दिए. उन्होंने नशे के अवैध कारोबार में शामिल लोगों की पहचान कर कठोर कार्रवाई करने, ऐसी दुकानों, संस्थाओं या घरां की सतत् निगरानी करने, नशे के हाटस्पाट की पहचान कर उनका निरीक्षण करने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए.
श्री मिश्रा ने जिले के स्कूलों, कालेजों और छात्रावासों में विद्यार्थियों को नशे से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में बताकर जागरूक करने का अभियान चलाने को भी कहा. उन्होंने इसके लिए छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों की विशेष कार्यशालाएं और सेमीनार आयोजित करने के निर्देश दिए. कलेक्टर ने स्थानीय स्तर पर नशे से होने वाले दुष्प्रभावों के प्रति जनजागरूकता बढ़ाने के लिए महिला स्वसहायता समूहों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, शिक्षकों,डाक्टरों के साथ-साथ आम नागरिकों और जनप्रतिनिधियों की भी मदद लेने को कहा.
कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने शासकीय जिला अस्पताल में संचालित स्पर्श क्लीनिक में नशे की लत से पीड़ित मरीजों के इलाज के साथ-साथ उनकी काउंसिलिंग करने के भी निर्देश दिए. उन्होंने नशामुक्ति केन्द्रों में लाए गए पीड़ितों को परामर्श और निश्शुल्क दवाई देने को भी कहा. कलेक्टर ने जिले में गांजा, अफीम, डोडा, चूरा, शराब, तंबाखू व अन्य मादक पदार्थों के अवैध व्यापार पर व्यापक कार्रवाई करने को कहा है. बैठक में श्री मिश्रा ने जिले में संचालित भारत माता वाहिनियों के कामकाज में तेजी लाने के निर्देश दिए. उन्होंने नशामुक्ति अभियान के लिए स्थानीय स्तर पर वालिंटियर्स का चिन्हांकन करने के भी निर्देश दिए, ताकि शहर से गांव तक नशे के विरूद्ध जनमानस में जागरूकता बढ़ाई जा सके. इस बैठक में समाज कल्याण, स्वास्थ्य, आबकारी, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग सहित नशामुक्ति केन्द्र के अधिकारी और कई समाज सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे.
/ रोशन सिन्हा