Calotropis Health Benefits : आयुर्वेद में कई ऐसे पेड़-पौधे हैं, जो हमारी सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं। इनमें से एक है आक का पौधा, जिसे मदार भी कहते हैं और इसका वैज्ञानिक नाम है जायंट कैलोट्रोप। आक के पत्तों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण कई बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं। ये पत्ते न सिर्फ कब्ज, दस्त और जोड़ों के दर्द जैसी समस्याओं में राहत देते हैं, बल्कि दांतों और त्वचा की परेशानियों को भी दूर करने में कारगर हैं। आइए जानते हैं, कैसे ये पौधा आपकी सेहत का रखवाला बन सकता है!
सिरदर्द से छुटकारा देता है आकअगर आप बार-बार सिरदर्द से परेशान रहते हैं, तो आक के पत्ते आपके लिए रामबाण हो सकते हैं। इन पत्तों को पीसकर माथे पर लेप लगाने से सिरदर्द में तुरंत आराम मिलता है। यह पूरी तरह प्राकृतिक उपाय है, जिसमें किसी तरह का साइड इफेक्ट भी नहीं होता। तो अगली बार सिरदर्द हो, तो दवा की गोली छोड़कर आक के पत्तों का ये आसान नुस्खा आजमाएं।
त्वचा की जलन और सूजन का काल है आकआक के रस में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-सेप्टिक गुण होते हैं, जो त्वचा की सूजन, लालिमा और जलन को कम करने में मदद करते हैं। इतना ही नहीं, इसके एंटी-बैक्टीरियल तत्व त्वचा के इंफेक्शन को फैलने से रोकते हैं। अगर आपको खुजली या कोई त्वचा संक्रमण हो, तो आक का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। यह आपकी त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाए रखने का प्राकृतिक तरीका है।
बवासीर में आक का कमालबवासीर की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए आक के पत्ते किसी चमत्कार से कम नहीं। इन पत्तों को पीसकर प्रभावित हिस्से पर लगाने से घाव जल्दी भरते हैं और दर्द में भी काफी राहत मिलती है। आयुर्वेद में यह एक पुराना और आजमाया हुआ उपचार है, जो बिना किसी महंगी दवा के आपकी तकलीफ को कम कर सकता है।
डायबिटीज को कंट्रोल करने में मददगारनेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आक के पत्तों और फूलों में एंटी-डायबिटिक गुण पाए जाते हैं। शोध में पाया गया कि इनका अर्क ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में कारगर है। यह इंसुलिन रजिस्टेंस को कम करके डायबिटीज को बेहतर तरीके से मैनेज करने में मदद करता है। अगर आप मधुमेह से पीड़ित हैं, तो आक के इस गुण को जरूर आजमाएं।
जोड़ों के दर्द और सूजन में राहतजोड़ों का दर्द या रुमेटिक दर्द हो, आक के पत्ते इसमें भी कमाल दिखाते हैं। इनमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं। सूखे आक के पत्तों को तेल के साथ मिलाकर दर्द वाली जगह पर लगाएं और पट्टी बांध लें। 5-6 दिन तक लगातार ऐसा करने से दर्द और सूजन में काफी आराम मिलेगा।
कब्ज और पाचन समस्याओं का हलआक के फूल और बीज कब्ज, गैस और पाचन से जुड़ी दूसरी समस्याओं को दूर करने में बहुत फायदेमंद हैं। ये आपके पाचन तंत्र को मजबूत करते हैं और आंतों की सफाई में मदद करते हैं। अगर आपको कब्ज की शिकायत रहती है, तो आक के फूल या बीज का सेवन करके आप इस समस्या से निजात पा सकते हैं।
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